AI171 फ्लाइट दुर्घटना: ब्लैक बॉक्स की बरामदगी से जांच में मिलेगी नई दिशा

दुर्घटना की जानकारी
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने सूचित किया है कि एयर इंडिया की फ्लाइट AI171 के दुर्घटनाग्रस्त स्थल से फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (जिसे आमतौर पर ब्लैक बॉक्स कहा जाता है) को सुरक्षित रूप से निकाल लिया गया है। यह विमान बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर था, जो अहमदाबाद हवाई अड्डे से लंदन के गैटविक हवाई अड्डे के लिए उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
दुर्घटना का विवरण
इस भयानक घटना में कुल 297 लोगों की जान चली गई, जो भारतीय विमानन के इतिहास में एक गंभीर दुर्घटना मानी जा रही है। हालांकि, सीट नंबर 11A पर बैठे एक यात्री को बचा लिया गया है, लेकिन उनकी स्थिति गंभीर बनी हुई है और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यह घटना भारतीय विमानन सुरक्षा के लिए एक बड़ा झटका है और इसकी जांच में तेजी से कार्य किया जा रहा है।
ब्लैक बॉक्स की बरामदगी
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि बरामद किया गया ब्लैक बॉक्स डिजिटल फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (DFDR) है, न कि कॉकपिट वॉइस रिकॉर्डर (CVR)। मंत्रालय ने यह भी बताया कि कुछ गलत सूचनाएं प्रसारित हुई थीं, लेकिन जांच दल ने DFDR को सुरक्षित रूप से छत से निकाल लिया है। दुर्घटना स्थल पर लगभग 40 से अधिक राज्य सरकार के कर्मचारी और मंत्रालय के विशेषज्ञों की टीम एएआईबी (एयर दुर्घटना जांच बोर्ड) के साथ मिलकर काम कर रही है।
जांच में मददगार होगा ब्लैक बॉक्स
फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर में विमान की सभी महत्वपूर्ण तकनीकी जानकारियां जैसे उड़ान के दौरान गति, ऊंचाई, दिशा और अन्य संकेत दर्ज होते हैं। उम्मीद है कि इस ब्लैक बॉक्स से प्राप्त डेटा दुर्घटना के वास्तविक कारणों को समझने में मदद करेगा। जांचकर्ता इस रिकॉर्डर के विश्लेषण से यह जानने की कोशिश करेंगे कि विमान उड़ान भरने के बाद अचानक क्यों दुर्घटनाग्रस्त हुआ।
जांच में शामिल एजेंसियां
एएआईबी और नागरिक उड्डयन मंत्रालय के अधिकारी घटनास्थल पर तेजी से जांच कर रहे हैं। हादसे के कारणों का पता लगाने के लिए सभी संभावित तकनीकी और मानव कारकों की जांच की जा रही है। इसके साथ ही, विशेषज्ञ टीम विमान के रखरखाव रिकॉर्ड, चालक दल के प्रशिक्षण और मौसम की स्थिति सहित सभी पहलुओं की समीक्षा कर रही है।