Newzfatafatlogo

Air India Flight AI-171: अहमदाबाद में टेकऑफ के तुरंत बाद हुआ बड़ा हादसा

बुधवार को एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171, जो अहमदाबाद से लंदन जा रही थी, टेकऑफ के तुरंत बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस हादसे में 242 लोग सवार थे, जिनमें पायलट और क्रू सदस्य भी शामिल थे। प्रारंभिक जांच में विमान के पिछले हिस्से के टकराने और इंजन में तकनीकी खराबी की संभावना जताई जा रही है। राहत और बचाव कार्य जारी है, और केंद्रीय गृह मंत्री ने हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। जानें इस घटना के बारे में और अधिक जानकारी।
 | 
Air India Flight AI-171: अहमदाबाद में टेकऑफ के तुरंत बाद हुआ बड़ा हादसा

हादसे का विवरण

बुधवार को अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने के तुरंत बाद एयर इंडिया का एक यात्री विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। यह फ्लाइट AI-171 लंदन के गैटविक एयरपोर्ट की ओर जा रही थी और टेकऑफ के कुछ ही क्षण बाद दुर्घटना का शिकार हो गई। विमान में कुल 242 लोग सवार थे, जिनमें 2 पायलट और 10 केबिन क्रू सदस्य शामिल थे।


हादसे के कारण

प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार, यह संभावना जताई जा रही है कि विमान के पिछले हिस्से का टकराना और इंजन में तकनीकी खराबी इस दुर्घटना का कारण हो सकती है। इस गंभीर स्थिति को देखते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने तुरंत राहत और बचाव कार्य शुरू करने के निर्देश दिए।


दृश्य और वीडियो

हादसे के बाद एयरपोर्ट पर अफरातफरी मच गई और धुएं के गुबार उठते हुए देखे गए। सोशल मीडिया पर कई वीडियो भी वायरल हो रहे हैं, जिनमें विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद चारों ओर आग और धुएं का दृश्य स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है।


मेडे कॉल

12 जून 2025 को दोपहर 1:39 बजे (IST) एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 ने रनवे 23 से उड़ान भरी। उड़ान भरने के कुछ समय बाद, पायलट ने एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) को 'मेडे कॉल' भेजा, जो गंभीर तकनीकी संकट का संकेत था। इसके बाद विमान से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली, जिससे दुर्घटना की पुष्टि हुई।


पायलट और क्रू की जानकारी

इस विमान की कमान कैप्टन सुमीत सभरवाल के हाथ में थी, जिनके पास 8200 घंटों का उड़ान अनुभव है। उनके सह-पायलट फर्स्ट ऑफिसर क्लाइव कुंदर थे, जिनके पास 1100 घंटों का अनुभव था। इतने अनुभवी पायलटों के होते हुए भी विमान का दुर्घटनाग्रस्त होना कई सवाल खड़े करता है।


राहत और बचाव कार्य

घटना की सूचना मिलते ही एयरपोर्ट प्रशासन, दमकल विभाग, मेडिकल टीम और आपदा प्रबंधन इकाइयां सक्रिय हो गईं। यात्रियों को मलबे से निकालने और चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया। मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने घायलों को प्राथमिकता के आधार पर अस्पताल पहुंचाने के निर्देश दिए।


केंद्रीय गृह मंत्री का बयान

गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल और अन्य अधिकारियों से बात की और हादसे की पूरी जानकारी ली। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार हर संभव मदद प्रदान करेगी। एनडीआरएफ की टीमें भी तैनात की जा चुकी हैं।


जांच प्रक्रिया

विमान के पिछले हिस्से के रनवे से टकराने और इंजन में तकनीकी खराबी के कारण इस हादसे की आशंका जताई जा रही है। विस्तृत जांच के लिए विमानन महानिदेशालय (DGCA) की टीम घटनास्थल पर पहुंच गई है और ब्लैक बॉक्स को सुरक्षित निकालने की प्रक्रिया शुरू की गई है।