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नौसेना अकादमी में 239 प्रशिक्षुओं ने चमचमाती तलवारों एवं राइफलों के साथ दी सलामी 

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नौसेना अकादमी में 239 प्रशिक्षुओं ने चमचमाती तलवारों एवं राइफलों के साथ दी सलामी 


- शानदार पासिंग आउट परेड के बाद प्रशिक्षित कैडेट्स को दी गई स्नातक की उपाधि

नई दिल्ली, 30 नवंबर (हि.स.)। भारतीय नौसेना अकादमी (आईएनए) ने शनिवार को एक शानदार पासिंग आउट परेड (पीओपी) के बाद 239 प्रशिक्षुओं को स्नातक की उपाधि दी। सफल प्रशिक्षुओं ने चमचमाती तलवारों एवं राइफलों के साथ धीमी गति से मार्च करते हुए अकादमी के क्वार्टरडेक से सलामी दी। नौसेना प्रमुख ने प्रशिक्षुओं के उन सभी माता-पिताओं के प्रति आभार व्यक्त किया, जिन्होंने अपने बच्चों को इस महान पेशे को चुनने में सहयोग दिया।

एझिमाला स्थित भारतीय नौसेना अकादमी (आईएनए) में आज पासिंग आउट परेड में कुल 239 प्रशिक्षुओं ने उत्कृष्ट प्रदर्शन के साथ स्नातक की उपाधि प्राप्त की। इन प्रशिक्षुओं में 107वें भारतीय नौसेना अकादमी पाठ्यक्रम के मिडशिपमैन, 38वें और 39वें नौसेना अभिविन्यास पाठ्यक्रम (विस्तारित), 39वें नौसेना अभिविन्यास पाठ्यक्रम (नियमित) व 40वें नौसेना अभिविन्यास पाठ्यक्रम (तटरक्षक एवं विदेशी) के कैडेट शामिल थे। पासिंग आउट प्रशिक्षुओं में चार देशों के आठ विदेशी कैडेट तथा 29 महिला प्रशिक्षु भी हैं।

नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने परेड का निरीक्षण किया। उन्होंने औपचारिक समीक्षा के बाद मेधावी मिडशिपमैन और कैडेटों को पदक प्रदान किए। उनके साथ नौसेना कल्याण एवं आरोग्य संघ (एनडब्ल्यूडब्ल्यूए) की अध्यक्ष शशि त्रिपाठी भी मौजूद थीं। दक्षिणी नौसेना कमान के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ वाइस एडमिरल वी श्रीनिवास ने संचालन अधिकारी के रूप में अपनी भूमिका निभाई। नौसेना अकादमी के कमांडेंट वाइस एडमिरल सीआर प्रवीण नायर तथा नौसेना कल्याण एवं आरोग्य संघ एझिमाला की अध्यक्ष दीपा भट्ट भी उपस्थित थीं।

नौसेना अकादमी बीटेक पाठ्यक्रम के लिए राष्ट्रपति का स्वर्ण पदक मिडशिपमैन आयुष कुमार सिंह को दिया गया। इसी कोर्स के लिए सीएनएस रजत पदक और एफओसी-इन-सी साउथ कांस्य पदक क्रमशः मिडशिपमैन करण सिंह तथा मिडशिपमैन कार्तिकेय वी वर्नेकर को प्रदान किए गए। सब-लेफ्टिनेंट ऋत्विक मिश्रा को नौसेना अभिविन्यास पाठ्यक्रम (विस्तारित) के लिए सीएनएस स्वर्ण पदक प्राप्त हुआ, जबकि कैडेट सृजन जैन और सब-लेफ्टिनेंट बोडेकर एस सुभाष को क्रमशः एफओसी-इन-सी दक्षिण रजत पदक तथा कमांडेंट आईएनए कांस्य पदक से सम्मानित किया गया।

सब-लेफ्टिनेंट ईशा शाह को 39 एनओसी रेग के लिए सीएनएस स्वर्ण पदक, कमांडेंट आईएनए रजत पदक और सर्वश्रेष्ठ ऑल राउंड महिला कैडेट के लिए ज़lमोरिन ट्रॉफी क्रमशः सब-लेफ्टिनेंट, मथी नेसिगा टी तथा सब-लेफ्टिनेंट ईशा शाह को प्रदान की गई। महानिदेशक तटरक्षक सर्वश्रेष्ठ सहायक कमांडेंट पुरस्कार सहायक कमांडेंट आकाश तिवारी को प्रदान किया गया। सफल प्रशिक्षुओं ने चमचमाती तलवारों एवं राइफलों के साथ शानदार तरीके से प्रदर्शन किया और 'आल्ड लैंग साइन' की मधुर धुन के साथ धीमी गति से मार्च करते हुए अकादमी के क्वार्टरडेक से सलामी दी।

इस तरह की मार्मिक विदाई दुनिया भर के सशस्त्र बलों में एक परंपरा है और यह गतिविधि भारतीय नौसेना अकादमी में उनके अंतिम पग यानी कि आखिरी पायदान को प्रदर्शित करती है। अपने बच्चों की सफलता की यात्रा में इस मील के पत्थर को देखकर गौरवान्वित माता-पिता प्रसन्नता व गर्व से झूम उठे। नौसेना प्रमुख ने एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने पासिंग आउट प्रशिक्षुओं को संबोधित करते हुए उन्हें याद दिलाया कि राष्ट्रीय सुरक्षा का भार अब आपके कंधों पर है। इसे गर्व के साथ धारण करें, इसे सम्मान के साथ ले जाएं और इसकी सेवा में कभी पीछे न हटें।

परेड के बाद नौसेना प्रमुख ने प्रशिक्षुओं एवं उनके परिवारों के साथ चायकाल के दौरान बातचीत की और उन्हें प्रशिक्षण के सफल समापन पर बधाई दी। नए कमीशन प्राप्त अधिकारी अब नौसेना एवं तटरक्षक जहाजों तथा विभिन्न प्रतिष्ठानों में जाएंगे, जबकि विदेशी कैडेट अपनी-अपनी नौसेनाओं में वापस लौटेंगे। ये अधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों में विशेषज्ञता हासिल करेंगे और अपने पेशेवर सफर की शुरुआत करते हुए कर्तव्य, सम्मान एवं साहस के मूल मूल्यों को बना कर रखेंगे।

हिन्दुस्थान समाचार/सुनीत-----------

हिन्दुस्थान समाचार / सुनीत निगम