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प्रधानमंत्री मोदी ने नामांकन के पहले गंगा पूजन के बाद बाबा कालभैरव के दर पर लगाई हाजिरी

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प्रधानमंत्री मोदी ने नामांकन के पहले गंगा पूजन के बाद बाबा कालभैरव के दर पर लगाई हाजिरी
प्रधानमंत्री मोदी ने नामांकन के पहले गंगा पूजन के बाद बाबा कालभैरव के दर पर लगाई हाजिरी


प्रधानमंत्री मोदी ने नामांकन के पहले गंगा पूजन के बाद बाबा कालभैरव के दर पर लगाई हाजिरी


-मंदिर में विशेष पूजन और आरती के बाद नामांकन की प्रतीक रूप से मांगी अनुमति

वाराणसी, 14 मई (हि.स.)। वाराणसी लोकसभा सीट से नामांकन के पहले मंगलवार सुबह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दशाश्वमेधघाट पर मां गंगा का पूजन किया। इसके बाद काशी के कोतवाल बाबा कालभैरव के मंदिर में विधिवत हाजिरी लगाई। दरबार में विधि-विधान से मंत्रोच्चार के बीच विशेष पूजन और आरती के बाद उन्होंने जीत की मंगलकामना की। इसके बाद प्रतीक रूप से श्री कालभैरव से नामांकन की अनुमति मांगी। मंदिर में प्रधानमंत्री शांत और आध्यात्मिक मुद्रा में दिखे।

प्रधानमंत्री मोदी दशाश्वमेधघाट से कड़ी सुरक्षा के बीच क्रूज से नमोघाट आए। यहां से सड़क मार्ग से कालभैरव मंदिर पहुंचे। इसके पहले प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और शहर दक्षिणी के विधायक डॉ नीलकंठ तिवारी ने मंदिर में प्रधानमंत्री मोदी के पूजन-अर्चन की व्यवस्था को परखा।

मंदिर में दर्शन पूजन के बाद प्रधानमंत्री मैदागिन, लहुराबीर, चौकाघाट होते हुए होटल ताज पहुंचेंगे। जहां एनडीए और पार्टी के प्रमुख नेताओं के साथ नामांकन करने के लिए जिला मुख्यालय पहुंचेंगे। प्रधानमंत्री के साथ नामांकन जुलूस में राज्यों के मुख्यमंत्री, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी, डॉ. महेंद्रनाथ पांडेय सहित केन्द्र सरकार के आधा दर्जन मंत्री, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित एनडीए घटक दल के चंद्रबाबू नायडू, चिराग पासवान, पवन कल्याण, रामदास अठावले, अनुप्रिया पटेल, ओमप्रकाश राजभर, संजय निषाद आदि नेता मौजूद रहेंगे।

नामांकन के बाद आभार जताने के बाद प्रधानमंत्री सिगरा स्थित रुद्राक्ष सभागार रवाना होंगे। मोदी दोपहर 12 बजे से कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे, फिर सड़क मार्ग से बाबतपुर एयरपोर्ट रवाना होंगे।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वाराणसी संसदीय सीट से बस कुछ ही देर में नामांकन करेंगे। प्रधानमंत्री के प्रस्तावकों में 2 ओबीसी, एक ब्राम्हण और एक दलित चेहरा है। इनमें एक आचार्य पंडित गणेश्वर शास्त्री हैं जो ब्राह्मण समाज से हैं। इन्होंने ही अयोध्या में राममंदिर प्राण-प्रतिष्ठा का शुभ मुहूर्त निकाला था। दूसरे बैजनाथ पटेल ओबीसी वर्ग से हैं। बैजनाथ पटेल आरएसएस के पुराने स्वयंसेवक हैं। ओबीसी से दो प्रस्तावक हैं। तीसरे प्रस्तावक लालचंद कुशवाहा भी ओबीसी वर्ग से हैं। चौथे प्रस्तावक संजय सोनकर दलित समाज से हैं। माना जा रहा है कि रात में प्रधानमंत्री मोदी से चर्चा के बाद ही भाजपा संगठन ने इन चारों प्रस्तावकों के नाम तय किए।

हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/संजीव