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गुजरात में पीपीपी मॉडल पर सीएनजी स्टेशन विकसित किए जायेंगे

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गुजरात में पीपीपी मॉडल पर सीएनजी स्टेशन विकसित किए जायेंगे


गुजरात में पीपीपी मॉडल पर सीएनजी स्टेशन विकसित किए जायेंगे


-सीएनजी जैसे स्वच्छ ईंधन के उपयोग को अधिक बढ़ावा के लिए फुल डीलर ओन्ड डीलर ऑपरेटेड योजना को मंजूरी दी

गांधीनगर, 21 नवंबर (हि.स.)। गुजरात सरकार ने राज्य में ग्रीन-क्लीन एनवायरमेंट और ग्रीन मोबिलिटी को अधिक व्यापक बनाने के लिए पीपीपी मॉडल के माध्यम से सीएनजी स्टेशन विकसित करने का नवीन अभिगम अपनाया है। मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने इस उद्देश्य से राज्य में फुल डीलर ओन्ड डीलर ऑपरेटेड-एफडीओडीओ सीएनजी योजना को मंजूरी दी है।

यह योजना गुजरात गैस लिमिटेड और साबरमती गैस लिमिटेड द्वारा कार्यान्वित की जाएगी। इतना ही नहीं, योजना के लिए पारदर्शी तरीके से चयन प्रक्रिया अपनाई जाएगी। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की अध्यक्षता और ऊर्जा मंत्री कनुभाई देसाई की उपस्थिति में हाल ही में हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया है। केन्द्र सरकार के दिशानिर्देशन में राज्य सरकार ने ग्रीन ग्रोथ के अंतर्गत गैस आधारित अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न पहल की हैं। देश में एकमात्र गुजरात में ही समग्र राज्य में गैस ग्रिड नेटवर्क फैला हुआ है तथा कई ज़िले इस गैस नेटवर्क से जुड़े हुए हैं।

1002 सीएनजी स्टेशनों के साथ देश में अग्रणी है गुजरात

उल्लेखनीय है कि गुजरात लगभग 1002 सीएनजी स्टेशनों के साथ देश में अग्रणी है। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने राज्य में सीएनजी स्टेशनों का दायरा बढ़ाने और सीएनजी वाहन मालिकों को सीएनजी ईंधन आसानी से उपलब्ध कराने के उद्देश्य से राज्य में पीपीपी मॉडल पर इस फुल डीलर ओन्ड ऑपरेटेड स्कीम को शुरू करने की अनुमति दी है।

इस योजना के अंतर्गत सीएनजी स्टेशन स्थापित करने के लिए जमीन के संबंध में अनुमति लेने और दस्तावेज प्राप्त करने की पूरी जिम्मेदारी डीलर की होगी। सीएनजी स्टेशन में गुजरात गैस लिमिटेड और साबरमती गैस लिमिटेड के निर्देशों के अनुसार स्टेशन सेटअप, मैकेनिकल या इलेक्ट्रिकल निर्माण का कार्य भी डीलर को ही करना होगा। इतना ही नहीं, सीएनजी उपकरण के लिए आवश्यक कंप्रेसर, कैस्केड, सीएनजी डिस्पेंसर, ट्यूबिंग आदि खरीदने और फिट करने और इसे चालू करने की भी जिम्मेदारी डीलर की होगी। गुजरात गैस लिमिटेड और साबरमती गैस लिमिटेड लगभग 3050 किलोमीटर के स्टील लाइन नेटवर्क के माध्यम से डीलर के स्टेशनों तक गैस पहुंचाई जाएगी। जहां इन स्टील लाइन नेटवर्क से गैस नहीं पहुंच सकती, उन स्थानों पर डीलर्स अपने हल्के, मध्यम और भारी वाणिज्यिक वाहनों से भूमिगत पाइपलाइन या बूस्टर कंप्रेसर के बिना ही सीएनजी की आपूर्ति करेंगे।

हिन्दुस्थान समाचार/बिनोद/आकाश