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CP Radhakrishnan का मोदी नेतृत्व पर बयान: भारत-अमेरिका संबंधों में सुधार की उम्मीद

भारत के नए उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन ने प्रधानमंत्री मोदी की वैश्विक मित्रता और भारत-अमेरिका संबंधों में सुधार की उम्मीद जताई है। उन्होंने मोदी की नेतृत्व शैली और उनकी नीतियों को मानवता की सेवा पर आधारित बताया। राधाकृष्णन ने चार पुस्तकों का विमोचन किया, जो मोदी के भाषणों पर आधारित हैं। कार्यक्रम में अन्य देशों पर निर्भरता को भारत की सबसे बड़ी चुनौती बताया गया। जानें इस कार्यक्रम में और क्या चर्चा हुई और मोदी की नीतियों का क्या महत्व है।
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CP Radhakrishnan का मोदी नेतृत्व पर बयान: भारत-अमेरिका संबंधों में सुधार की उम्मीद

मोदी की वैश्विक मित्रता पर प्रकाश

CP Radhakrishnan का मोदी नेतृत्व : भारत के नए उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन ने अपने पद ग्रहण के बाद सोमवार को एक सार्वजनिक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी की वैश्विक मित्रता का उल्लेख करते हुए भारत और अमेरिका के बीच संबंधों में सुधार की उम्मीद जताई। उन्होंने कहा कि अमेरिका ने भारत पर भारी आयात शुल्क लगाया है, फिर भी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मोदी को अपना 'महान मित्र' कहा। राधाकृष्णन ने मोदी की रूस के राष्ट्रपति पुतिन, अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ गहरी मित्रता का उदाहरण भी दिया।


उपराष्ट्रपति द्वारा पुस्तकों का विमोचन

उपराष्ट्रपति ने चार पुस्तकों का विमोचन किया 
उपराष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री मोदी के चुने हुए भाषणों की चार पुस्तकों का विमोचन किया, जो 2022 से 2024 के दौरान 'सबका साथ, सबका विकास' के विषय पर आधारित हैं। उन्होंने बताया कि ये भाषण प्रधानमंत्री के गहन दृष्टिकोण और जनता की भावनाओं को समझने की क्षमता को दर्शाते हैं। राधाकृष्णन ने कहा कि मोदी की नेतृत्व शैली मानवता की सेवा पर आधारित है, जो वैश्विक शक्ति बनने के पीछे सत्ता की भावना नहीं बल्कि समग्र कल्याण की भावना है। उनका मानना है कि भारत की आकांक्षा दूसरों पर हुकूमत करने की नहीं, बल्कि पूरे मानव समाज की भलाई की है.


अन्य देशों पर निर्भरता की चुनौती

अन्य देशों पर निर्भरता सबसे बड़ी चुनौती 
कार्यक्रम में राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने भारत की सबसे बड़ी चुनौती के रूप में अन्य देशों पर निर्भरता को बताया। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के विजन की भी तारीफ की। सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने प्रधानमंत्री की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत में जापान की कुल आबादी से अधिक शौचालय बन चुके हैं और 80 करोड़ लोगों को बिना किसी बाधा के राशन मिल रहा है। यह विश्व का सबसे बड़ा खाद्य सुरक्षा कार्यक्रम है.


राधाकृष्णन का उपराष्ट्रपति बनने के बाद का कदम

उपराष्ट्रपति बनने के बाद राधाकृष्णन का पहला बड़ा कदम
सीपी राधाकृष्णन ने सितंबर के पहले हफ्ते में भारत के 15वें उपराष्ट्रपति के रूप में शपथ ली थी। उन्होंने विपक्षी उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी को हराकर यह पद हासिल किया। राधाकृष्णन ने अपने पूर्ववर्ती एम. वेंकैया नायडू और जगदीप धनखड़ की तरह प्रधानमंत्री मोदी पर आधारित पुस्तकों का विमोचन किया, जो उनकी लोकप्रियता और नेतृत्व क्षमता को दर्शाता है। धनखड़ ने इस पद से स्वास्थ्य कारणों से जुलाई में इस्तीफा दिया था.


PM मोदी की नीतियों का महत्व

PM मोदी की नीतियां विकसित राष्ट्र की दिशा में 
सीपी राधाकृष्णन ने प्रधानमंत्री मोदी की अंतरराष्ट्रीय मित्रता और भारत की वैश्विक महत्वाकांक्षा को रेखांकित किया है। उन्होंने कहा कि मोदी की नेतृत्व क्षमता और उनकी नीतियाँ न केवल भारत को विकसित राष्ट्र बनाने की दिशा में हैं, बल्कि वैश्विक मानव कल्याण की सोच को भी प्रतिबिंबित करती हैं। साथ ही, भारत-अमेरिका संबंधों में मौजूद चुनौतियों के बावजूद, बेहतर और मजबूत संबंधों की उम्मीद बरकरार है। यह कार्यक्रम प्रधानमंत्री की विकासशील भारत की तस्वीर को समझने और उसकी नीतियों का मूल्यांकन करने का अवसर था.