(अपडेट) जॉइनिंग के पांच दिन बाद संभागीय आयुक्त एपीओ दौसा में पैतृक घर सील
जयपुर, 2 अक्टूबर (हि.स.)। सीनियर आईएएस राजेंद्र विजय के ठिकानों पर बुधवार सुबह भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की टीमों ने छापेमारी की है। छापेमारी के बाद विजय को कोटा संभागीय आयुक्त से हटा दिया गया है। सरकार ने उन्हें पदस्थापन की प्रतीक्षा में यानी एपीओ कर दिया है। विजय के कोटा में दाे और जयपुर के एक ठिकानों पर सर्च किया गया। दौसा में उनके पैतृक घर को फिलहाल सील किया गया है। आईएएस के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति की शिकायत हैं।
एसीबी टीम बुधवार सुबह कोटा पहुंची। एसीबी को राजेन्द्र विजय के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति की शिकायत मिली थी। इसके बाद प्रदेश भर में राजेन्द्र विजय के ठिकानों पर सर्च अभियान शुरू किया। राजेन्द्र विजय ने 25 सितंबर को ही कोटा में संभागीय आयुक्त का पद संभाला था। तब उन्होंने कहा था कि कोटा के विकास में कोई भी चुनौती आएगी तो उसे दूर किया जाएगा। कोटा में जॉइनिंग के पांच दिन बाद ही उन पर एसीबी की सर्च कार्रवाई शुरू हो गई है।
जांच टीम में शामिल रहे डीएसपी मुकुल शर्मा ने बताया कि कोटा में सर्च की कार्रवाई आठ घंटे तक चली है। इसमें राजेंद्र विजय के ऑफिस और सर्किट हाउस में वे जहां रुके थे वहां जांच की गई है। अग्रवाल के पास कुछ दस्तावेज मिले है, जिनकी जांच की जा रही है। पूछताछ की गई जिसमें आय के स्त्रोत, संपत्ति के बारे में उनसे पूछताछ की गई और जानकारी हासिल की गई। एएसपी विजय स्वर्णकार और मुकुल शर्मा की तरफ से रिपोर्ट तैयार की जा रही है। रिपोर्ट तैयार कर जयपुर भेजी जाएगी।
कोटा में संभागीय आयुक्त राजेन्द्र विजय के ऑफिस में एसीबी का सर्च हुआ। इसके अलावा उनके सभी ठिकानों पर एसीबी की कार्यवाही चल रही है। राजेन्द्र विजय के जयपुर में तारों की कूट स्थित आवास पर सर्चिंग की गई है। कोटा में सीएडी स्थित संभागीय आयुक्त ऑफिस, दौसा में पैतृक आवास दुब्बी में एसीबी का सर्च किया गया। राजेंद्र विजय ने कोटा में जॉइन कर लिया। हालांकि वे यहां संभागीय आयुक्त के सरकारी आवास में अभी शिफ्ट नहीं हुए। वे सर्किट हाउस में रूके हुए हैं। ऐसे में एसीबी की टीम सर्किट हाउस पहुंची। इस दौरान संभागीय आयुक्त सर्किट हाउस में गांधी उद्यान में आयोजित होने वाले कार्यक्रम में जाने के लिए तैयार हो रहे थे।
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हिन्दुस्थान समाचार / रोहित