सीबीआई की जोधपुर टीम ने भीलवाड़ा में ईपीएफओ कर्मचारी को किया ट्रैप

जोधपुर, 25 फरवरी (हि.स.)। जोधपुर सीबीआई की टीम ने भीलवाड़ा में कार्रवाई करते हुए ईपीएफओ के कर्मचारी अक्षय मीणा उर्फ कृष्ण कांत को पांच हजार रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया। एक विधवा की पेंशन शुरू करने के बदले रिश्वत मांगे जाने के मामले में की गई इस कार्रवाई के बाद सीबीआई ने उसे कोर्ट में पेश कर एक दिन के रिमांड पर लिया। मंगलवार को रिमांड अवधि खत्म होने पर दोपहर बाद उसे दुबारा कोर्ट में पेश कर न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया।
सीबीआई के अनुसार भीलवाड़ा के हुरडा तहसील के तसवारिया में हरिपुरा निवासी जसराज कुम्हार की ओर से सीबीआई जोधपुर में शुक्रवार को एक शिकायत दी थी। इसमें बताया गया कि उसके पिता भंवरलाल आरएसडब्ल्यूएम लिमिटेड (मयूर मिल) में काम करते थे। वहां से वर्ष 2006 में सेवानिवृत्त होने के बाद उन्हें 819 रुपये मासिक पेंशन मिलती थी। गत 24 जुलाई 2021 को परिवादी के पिता का निधन हो गया। इसके बाद मृतक की पत्नी नोरतीदेवी की पेंशन शुरू होनी थी लेकिन अब तक यह पेंशन शुरू नहीं हो पाई है। इसी मामले को लेकर परिवादी भीलवाड़ा स्थित ईपीएफओ कार्यालय पहुंचा और वहां कार्यरत बाबू अक्षय मीणा से मिला। तब उसने विधवा की पेंशन शुरू कराने की एवज में रिश्वत मांगी। सीबीआई की टीम ने शिकायत का गोपनीय सत्यापन कराया, तो उसमें भी रिश्वत मांगे जाने की पुष्टि हुई। इस पर टीम ने ट्रैप प्लान किया और जोधपुर से सीबीआई की टीम रविवार को भीलवाड़ा पहुंची। वहां आरोपित क्लर्क/डाटा एंट्री ऑपरेटर अक्षय मीणा उर्फ कृष्ण कांत ने परिवादी से पानसर चौराहा पर देर शाम जैसे ही पांच हजार रुपये की रिश्वत ली, तो सीबीआई की टीम ने उसे पकड़ लिया। बाद में सीबीआई टीम उसे गिरफ्तार कर जोधपुर ले आई। यहां सोमवार को उसे कोर्ट में पेश कर एक दिन के रिमांड पर लिया गया। इस प्रकरण में आरोपित से पूछताछ के बाद मंगलवार दोपहर सीबीआई ने उसे दुबारा कोर्ट में पेश किया। वहां से उसे न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया।
हिन्दुस्थान समाचार / सतीश