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सीनियर टीचर भर्ती पेपर लीक मामलाः मास्टरमाइंड भूपेंद्र सारण का छोटा भाई चढा एसओजी के हत्थे

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सीनियर टीचर भर्ती पेपर लीक मामलाः मास्टरमाइंड भूपेंद्र सारण का छोटा भाई चढा एसओजी के हत्थे


जयपुर, 1 अक्टूबर (हि.स.)। स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने कार्रवाई करते हुए सीनियर टीचर भर्ती पेपर लीक मामले के मास्टरमाइंड भूपेंद्र सारण के छोटे भाई गोपाल सारण (बर्खास्त सीआई) को गिरफ्तार कर किया है। जानकारी में सामने आया है कि आरोपित गोपाल सारण ने जयपुर से पुणे भागकर कबाड़ी का काम शुरू कर दिया था। सूचना पर मौके पर पहुंच कर एसओजी ने कबाड़ की दुकान से गोपाल सारण को गिरफ्तार कर जयपुर लाया गया है। अब तक के तथ्यों के आधार एसओजी उससे पूछताछ करने में जुटी है।

एडीजी एसओजी वीके सिंह ने बताया कि एसओजी को इनपुट मिला था कि सीनियर टीचर भर्ती पेपर लीक मामले के मास्टरमाइंड भूपेंद्र सारण का छोटा गोपाल सारण पुणे में स्क्रैप का काम कर रहा है। इस पर जयपुर से एक टीम को पुणे के लिए रवाना किया गया। टीम लोकेशन पर पहुंची तो आरोपित नहीं मिला। इस पर टीम वहां पर रुक कर निगरानी रखी और उसके दुकान पर पहुंचने पर उसे दबोचा गया। एसओजी की टीम पुणे में उसके घर पहुंच कर सर्च किया, जहां टीम को कुछ दस्तावेज मिले हैं। इनकी जांच कराई जा रही है। एसओजी की टीम ने आरोपित गोपाल को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया गया। एसओजी की टीम रिमांड में गोपाल ने कई जानकारी जुटा रही है।

एडीजी एसओजी ने बताया कि आरोपित गोपाल सारण पाली जिले में एसएचओ के पद पर तैनात था। इस दौरान सामने आया था कि उसकी क्रूड ऑयल चोरी माफिया और एक्सटॉर्शन गैंग से मिलीभगत है। कई आपराधिक घटनाओं में मिलीभगत होने पर सरकार ने साल 2020 में नौकरी से बर्खास्त कर दिया था। इसके बाद से वह अपने बड़े भाई भूपेंद्र सारण के साथ मिल कर नकल गैंग का हिस्सा बना। आरोपित गोपाल सारण ने कई प्रतियोगी परीक्षा में नकल कराई। साथ ही अभ्यर्थियों को पेपर भी दिए। एसओजी गोपाल सारण को रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है। आखिर वह किन-किन परीक्षा में कितने लोगों को पेपर दे चुका है।

एडीजी एसओजी ने बताया कि एसआई भर्ती परीक्षा 2021 में अभ्यर्थियों को पेपर देकर नकल कराने के मामले में भी गोपाल सारण के खिलाफ एफआईआर थी। इस दौरान एफआईआर होने के बाद गोपाल सारण ने राजस्थान छोड़ दिया। कई राज्यों में फरारी काटता रहा। गोपाल सारण फिलहाल रिमांड पर है। पेपर लीक का मास्टरमाइंड भूपेंद्र सारण साल 2011 में जीएनएम भर्ती पेपर आउट प्रकरण और वर्ष 2022 में पुलिस कांस्टेबल भर्ती पेपर लीक मामले में भी शामिल था। वह फिलहाल जेल में है। एटीएस एसओजी ने सीनियर टीचर भर्ती पेपर लीक मामले में भूपेंद्र सारण को बेंगलुरु एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया था। एसओजी पूछताछ के लिए भूपेंद्र को कई बार रिमांड पर लाई। भूपेंद्र ने कभी नहीं कहा कि उसका छोटा भाई भी एसआई भर्ती परीक्षा 2021 में साथ मिलकर काम कर रहा था। एसओजी के पास रिमांड पर आए अन्य आरोपियों ने इसकी जानकारी एसओजी के अधिकारियों को दी। इसके बाद एसओजी ने भूपेंद्र सारण से इसे लेकर पूछताछ की। तब जाकर उसने छोटे भाई की मिलीभगत के बारे में पूरी जानकारी एसओजी को दी।

गौरतलब है कि राजस्थान में 24 नवंबर 2022 को सीनियर टीचर भर्ती के जनरल नॉलेज का पेपर होना था। एग्जाम शुरू होने से पहले ही परीक्षा का पेपर लीक हो गया था। उदयपुर में 40 स्टूडेंट्स बस में पेपर सॉल्व करते पकड़े गए थे। इसे लेकर अजमेर, उदयपुर, अलवर समेत राज्यभर में छात्रों ने हंगामा और प्रदर्शन किया था। इसके बाद आनन-फानन में सुबह नौ बजे एग्जाम शुरू होने से ठीक पहले पेपर कैंसिल कर दिया गया था। जांच में पता चला था कि सुरेश ढाका और भूपेंद्र सारण पेपर लीक कांड के मास्टरमाइंड थे।

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हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश