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केमिकल खरीद के नाम पर साइबर फ्रॉड करने वाला नाइजीरियन व साथी गिरफ्तार

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केमिकल खरीद के नाम पर साइबर फ्रॉड करने वाला नाइजीरियन व साथी गिरफ्तार


लोगों को लगाया था 89 लाख रुपए का चूना,पुलिस ने 5 वारदातों का किया था खुलासा

गाजियाबाद, 24 फ़रवरी (हि.स.)। साइबर क्राइम पुलिस ने सोमवार को ऑनलाइन केमिकल खरीद के नाम पर साइबर फ्रॉड करने वाले अन्तर्राष्ट्रीय गिरोह के दाे सदस्य काे गिरफ्तार किया है। इनमें एक नाइजीरियन भी शामिल है। उसके कब्जे से घटना में प्रयुक्त 02 मोबाइल फोन, 1 एटीएम कार्ड बरामद किया है। साथ ही तीन लाख,60 हजार रुपये पीड़ित को रिफण्ड कराये गये। विभिन्न राज्यों की 05 घटनाओं का खुलासा आरोपियों से पूछताछ के आधार पर किया गया है।

एडीसीपी सच्चिदानंद ने बताया कि थाना साइबर क्राइम टीम ने साइबर अपराध करने वाले अन्तर्राष्ट्रीय गिरोह के सदस्य चुकवुडी क्रिस्टोफर ओडुहा उर्फ सन्नी एवं प्रधान गौरव कुमार को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि सूचित यादव सेवानिवृत्त सैन्य अधिकारी निवासी वसुन्धरा, गाजियाबाद ने अपने साथ केमिकल खरीद के नाम पर साइबर फ्रॉड की घटना के सम्बन्ध में इन्दिरापुरम में एफआईआर दर्ज करायी थी। जिसमें आरोपियों द्वारा टीनेश मैन्युफैक्चरिंग इंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड के नाम से सिडरेजन केमिकल लिक्विड की सप्लाई के नाम पर विभिन्न अलग-अलग तारीखों में 89 लख रुपए ट्रांसफर कर आए थे। आरोपी ने पूछताछ मे बताया कि कि उनका एक गैंग है, इस गैंग का एक सदस्य कैपेसिटी हुमन हेयर नाइजीरिया में रहता है। उसने वेबसाइट एवं ईमेल के माध्यम से लोगों से केमिकल सप्लाई, बिटक्वाइन ट्रेडिंग, शादी का झांसा देने, विभिन्न प्रोडक्ट सेल करने के नाम पर फ्रॉड किया जाता है । उसने बताया कि वह ओनोकोया लेन पापा-अजाओ, मुशिन, नाइजेरिया से भारत कपडे का व्यवसाय करने के लिए आया था । कोविड के समय में वह व्यवसाय नहीं कर सका आर्थिक तंगी के कारण एक अन्य नाइजीरियन व्यक्ति मिला, जिसका नाम कैपेसिट है, इस व्यक्ति नें उसे भारतीय बैंक खाते उपलब्ध कराने के बदले में पैसे देने का ऑफर किया आर्थिक तंगी की वजह से उसकी बात मानकर उसे बैंक खाते उपलब्ध कराने लगा । 2022 में वह नाइजीरिया वापस चला गया । उसे मोबाईल पर खाते की डिटेल देता था । इन खातों में जो पैसे आते थे उसे एटीएम से निकालकर उसके द्वारा बताये गये व्यक्ति को दे देता था ।

अभियुक्त प्रधान गौरव कुमार ने पूछने पर बताया कि वो डाबरी दिल्ली में पिछले कई वर्षों से प्रोपर्टी डीलर का काम करता था । आर्थिक तंगी की वजह से वह बैंक खाते उपलब्ध कराने लगा । प्रति बैंक खाता 12 हजार रुपये उसे मिला करता था ।

इनसे प्राप्त जानकारी/बरामदगी से हेब्बल मैसूर सिटी, कर्नाटक निवासी सुश्री दिव्या रानी सीएन के साथ 1.20 लाख रूपये की साइबर फ्रॉड, महादेवपुरा बैगलौर सिटी, कर्नाटक निवासी सुश्री पायल खत्री के साथ 2.33 लाख रूपये, पिंपरी चिनेवाड महाराष्ट्र निवासी केदार मोहिरे से 4.39 लाख रूपये, बन्दकी दौसा, राजस्थान निवासी पंकज कुमार व्यास के साथ 10 हजार रूपये, उमरगा उस्मानाबाद, महाराष्ट्र निवासी अभय खरोसेकर के साथ 3.37 लाख रूपये के साइबर फ्रॉड की घटना का खुलासा हुआ है ।

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हिन्दुस्थान समाचार / फरमान अली