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अनुसूचित जाती के युवक से अमानवीय व्यवहार पर पांच गिरफ्तार

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अनुसूचित जाती के युवक से अमानवीय व्यवहार पर पांच गिरफ्तार
अनुसूचित जाती के युवक से अमानवीय व्यवहार पर पांच गिरफ्तार


शिमला, 15 मई (हि.स.)। शिमला जिला के एक क्षेत्र में अनुसूचित जाति के युवक के साथ हुई अमानवीय व्यवहार के मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने मुख्य आरोपी सहित पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस टीम इस मामले के मास्टर माइंड को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। बुधवार को पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया।

राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग ने भी एक्शन लेते हुए इसकी जांच का जिम्मा राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग में डीजीपी और आईपीएस अधिकारी सनमीत कौर को सौंपी है। पीड़ित व्यक्ति के परिजनों की ओर से और राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग को एक पत्र लिखा गया था, जिसमें हिमाचल पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाया था। ऐसे में अब इस मामले में राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग ने दखल दिया है और हिमाचल प्रदेश पुलिस को जांच के लिए कहा है। वहीं, दूसरी ओर शिमला पुलिस ने अब इस मामले में अब जहां एट्रोसिटी एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज की है, वहीं आईपीसी की धारा 342,323,504,506,34 और 325 लगाई गई है।

एएसपी शिमला रत्न नेगी का कहना है कि पुलिस आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। एएसपी ने बताया कि

पुलिस की ओर से इस मामले में मुख्य आरोपी और मास्टरमाइंड अर्जुन ठाकुर के अलावा सुरेंद्र ठाकुर,विक्रम ठाकुर, विकल कुमार और अभिषेक वर्मा को गिरफ्तार किया है।

मामले के अनुसार शिकायतकर्ता व्यक्ति संजय कुमार ढली पटगैहर का रहने वाला है। कुछ दिन पहले उसे एक व्यक्ति ने कॉल करके बुलाया और अपनी गाड़ी में बिठाकर ले गए। मारपीट करने के बाद उसे मृत समझकर वापस उसके घर के पास फैंक दिया। परिजन उसे देर रात को 108 एंबुलेंस में आईजीएमसी ले आए। यहां पर उसे एडमिट किया गया है। पुलिस ने भी पीड़ित व्यक्ति से अस्पताल में ही बयान दर्ज किए, अब इस मामले में केस दर्ज हुआ है। पीड़ित के भाई राकेश कुमार का आरोप है कि उसके भाई को मरा समझकर घर के आसपास कुछ लोगों ने छोड़ दिया था। दबंगों ने मेरे भाई की गर्दन पर तलवार रखकर मुंह पर पेशाब किया। मेरे भाई के कपड़े से पेशाब की दुर्गंध आ रही थी। जब उन्होंने आपने भाई को अस्पताल लाया तो उस समय डॉक्टरों ने कपड़े खुलवाए और पुलिस को सौंप दिए। उन्होंने पुलिस और सरकार से मदद की गुहार लगाई है।

हिन्दुस्थान समाचार/उज्ज्वल

/सुनील