CSK ने डेवाल्ड ब्रेविस को साइन किया: क्या है विवाद की सच्चाई?

CSK और ब्रेविस का विवाद
CSK vs Brevis: इंडियन प्रीमियर लीग 2025 के दौरान, चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) ने दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज़ डेवाल्ड ब्रेविस को चोटिल गुरजपनीत सिंह की जगह लेने के लिए साइन किया। इस निर्णय को लेकर उठे विवाद पर सीएसके ने एक आधिकारिक बयान जारी किया है।
अश्विन का यूट्यूब चैनल पर दावा
भारतीय क्रिकेटर रविचंद्रन अश्विन ने अपने यूट्यूब चैनल पर यह आरोप लगाया था कि सीएसके ने ब्रेविस को टीम में शामिल करने के लिए निर्धारित राशि से अधिक भुगतान करने का प्रस्ताव दिया था। उनके अनुसार, ब्रेविस को बेस प्राइस पर साइन किया जाना था, लेकिन खिलाड़ी और उसके एजेंट ने अतिरिक्त भुगतान की मांग की, जिसे सीएसके ने स्वीकार कर लिया।
अश्विन ने यह भी कहा कि कुछ टीमों ने ब्रेविस को नजरअंदाज किया था, लेकिन जब रिप्लेसमेंट की बात आई, तो एजेंट्स ने अतिरिक्त रकम की मांग की। खिलाड़ी को उम्मीद थी कि अगर इस बार उसे ज्यादा रकम मिलती है, तो अगली नीलामी में उसे बेहतर डील मिलेगी। सीएसके ने इस प्रस्ताव को स्वीकार किया।
🚨OFFICIAL STATEMENT🚨
— Chennai Super Kings (@ChennaiIPL) August 16, 2025
Dewald Brevis signed as per the IPL Player Regulations 2025-2027, clause 6.6 under Replacement Players.
CSK का आधिकारिक स्पष्टीकरण
इस विवाद के बाद, चेन्नई सुपर किंग्स ने स्थिति स्पष्ट करने के लिए एक आधिकारिक स्पष्टीकरण जारी किया। फ्रेंचाइज़ी ने बताया कि ब्रेविस को 2.2 करोड़ रुपये की लीग फीस पर अनुबंधित किया गया, जो कि गुरजपनीत सिंह की नीलामी में खरीदी गई राशि के बराबर है। टीम ने कहा कि यह प्रक्रिया आईपीएल 2025-27 के नियमों के तहत पूरी तरह से वैध थी, विशेषकर खंड 6.6 (रिप्लेसमेंट प्लेयर्स) के अंतर्गत।
सीएसके ने आगे कहा कि ब्रेविस का चयन आईपीएल के सभी नियमों और विनियमों के पूर्ण अनुपालन में किया गया था। उल्लेखनीय है कि डेवाल्ड ब्रेविस आईपीएल 2025 की मेगा नीलामी में अनसोल्ड रहे थे, लेकिन टूर्नामेंट के दौरान उन्हें रिप्लेसमेंट के रूप में शामिल किया गया, जिससे टीम का संतुलन और मजबूत हुआ।