(अपडेट ) छत्तीसगढ़ शराब घोटाला मामले में ईडी की टीम कांग्रेस के प्रदेश कार्यालय राजीव भवन पहुंची
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रायपुर, 25 फरवरी (हि.स.)। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की चार अधिकारियों की टीम ने शराब घोटाला मामले में मंगलवार दोपहर रायपुर में कांग्रेस के प्रदेश कार्यालय राजीव भवन पहुंची और समन जारी कर सुकमा-कोंटा में बने कांग्रेस कार्यालय भवन को लेकर जवाब मांगा। इसे लेकर विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरण दास महंत ने ईडी पर कांग्रेस नेताओं को परेशान करने का आरोप लगाया है।
उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि जितना नोट भूपेश सरकार ने छापा है, उसके विरुद्ध ये छापा है। छत्तीसगढ़ कांग्रेस के संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया कि भाजपा का प्रदेश कार्यालय करीब डेढ़ सौ करोड़ रुपये की लागत से बना है। वह पैसा कहां से आया, क्या इसकी पूछताछ भी ईडी करेगी ? डॉ. चरण दास महंत ने पत्रकारों से कहा कि सालभर से छापा ही छापा पड़ रहा है। ईडी के पास कोई सबूत नहीं है। सिर्फ नेताओं को परेशान करने का काम है, यह हमारे लिए दुख का विषय है। लोकतंत्र में ऐसी बात नहीं होनी चाहिए।
ईडी ने छत्तीसगढ़ शराब घोटाला मामले में मंगलवार दोपहर बाद सुरक्षा बल के जवानों के साथ प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में दबिश दी। ईडी की टीम ने बस्तर संभाग के सुकमा जिले के कोंटा में साल 2018 से साल 2023 के बीच बने कांग्रेस कार्यालय राजीव भवन की लागत और उसके निर्माण के लिए आई राशि के संबंध में जानकारी मांगी है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री मलकीत सिंह गैंदु से टीम के सदस्यों ने बातचीत की।
कांग्रेस पदाधिकारी मलकीत सिंह गैंदु ने बताया कि शराब घोटाला मामले में जानकारी लेने के लिए टीम के सदस्य पहुंचे थे, इसके लिए 27 फरवरी को कांग्रेस के पदाधिकारी को ईडी कार्यालय बुलाया गया है। जांच एजेंसी के अधिकारियों के लौट जाने के बाद छत्तीसगढ़ कांग्रेस के संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया कि भाजपा का प्रदेश कार्यालय करीब डेढ़ सौ करोड रुपये की लागत से बना है। वह पैसा कहां से आया, क्या इसकी पूछताछ भी ईडी करेगी?
उल्लेखनीय है कि ईडी ने राज्य सरकार के पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा को 15 जनवरी को गिरफ्तार किया था। पूर्व मंत्री लखमा की गिरफ्तारी के बाद ईडी के अधिकारियों ने कहा था कि कवासी लखमा ने घोटालों के पैसों से सुकमा में कांग्रेस कार्यालय का निर्माण करवाया था। ईडी का आरोप है कि कवासी लखमा हर महीने शराब सिंडिकेट से 2 करोड़ रुपये लेते थे। शराब घोटाला करीब 3 साल तक चला। ऐसे में कवासी लखमा ने करीब 72 करोड़ रुपये लिए हैं। इस पैसे से उन्होंने सुकमा में कांग्रेस ऑफिस और अपने बेटे का घर बनवाया है। शराब घोटाले को लेकर ईडी का दावा है कि शराब सिंडिकेट से जुड़े लोगों ने 2,100 करोड़ रुपये से अधिक की अवैध कमाई की है। कवासी लखमा 4 मार्च तक न्यायिक रिमांड पर जेल में हैं।
हिन्दुस्थान समाचार / केशव केदारनाथ शर्मा