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Gaza में युद्धविराम की कोशिशें: हमास की शर्तें और वैश्विक प्रदर्शन

गाजा पट्टी में जारी हिंसा को समाप्त करने के लिए इजरायल और हमास के बीच युद्धविराम वार्ता चल रही है। हमास ने इजरायल से कुछ कठोर शर्तें रखी हैं, जिसमें मारे गए कमांडरों के शवों की वापसी और फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई शामिल है। इस बीच, दुनिया भर में फिलिस्तीन समर्थकों ने इजरायल के खिलाफ प्रदर्शन किए हैं। क्या युद्धविराम की संभावनाएं बनी रहेंगी? जानें इस लेख में।
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Gaza में युद्धविराम की कोशिशें: हमास की शर्तें और वैश्विक प्रदर्शन

गाजा में युद्धविराम वार्ता

गाजा में युद्धविराम की बातचीत: गाजा पट्टी में जारी संघर्ष को समाप्त करने के लिए इजरायल और हमास के बीच वार्ता चल रही है। अमेरिका की मध्यस्थता में मिस्र और कतर जैसे देश भी इस प्रक्रिया में शामिल हैं। हालांकि, हमास ने इजरायल के सामने कुछ कठोर शर्तें रखी हैं, जिससे समझौते की संभावना कम होती दिख रही है।


हमास की मुख्य मांगें

हमास ने इजरायल से अनुरोध किया है कि वह उसके दो वरिष्ठ कमांडरों, याह्या और मोहम्मद सिनवार, के शव लौटाए। ये दोनों इजरायली सैन्य कार्रवाई में मारे गए थे। इसके साथ ही, हमास ने यह भी मांग की है कि इजरायल में बंद कई फिलिस्तीनी कैदियों और अन्य आतंकवादियों को रिहा किया जाए। इस पर इजरायल की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।


बंदियों की अदला-बदली का प्रस्ताव

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा पेश की गई शांति योजना के अनुसार, हमास इजरायल के कब्जे में मौजूद 48 बंदियों को रिहा करेगा। इनमें से केवल 20 जीवित हैं, जबकि बाकी के शव लौटाए जाएंगे। इसके बदले, इजरायल 250 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा, जिनमें से अधिकांश को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है।


7 अक्टूबर 2023 को हमास द्वारा इजरायल पर किए गए हमले के बाद, इजरायल ने गाजा से लगभग 1700 लोगों को हिरासत में लिया था। इस संघर्ष में गाजा में 60,000 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है, और इजरायली जेलों में गाजा के कम से कम 15 बंदियों की मौत की पुष्टि भी हो चुकी है।


दुनियाभर में प्रदर्शन

हमले की बरसी पर प्रदर्शन: इस सप्ताह मंगलवार को हमास द्वारा इजरायल पर किए गए हमले की दूसरी बरसी थी। इस अवसर पर कई देशों में फिलिस्तीन समर्थकों ने इजरायल के खिलाफ प्रदर्शन किए। सिडनी, लंदन, पेरिस, जिनेवा, एथेंस, इस्तांबुल, टोक्यो, जकार्ता और स्टॉकहोम जैसे शहरों में हजारों लोगों ने रैलियों में भाग लिया और इजरायल की नीतियों का विरोध किया।


प्रदर्शनकारियों ने गाजा में चल रही सैन्य कार्रवाई की निंदा की और फिलिस्तीन को एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में मान्यता देने की मांग की। इजरायल ने इन प्रदर्शनों पर आपत्ति जताते हुए कहा कि जिस दिन उसके नागरिकों पर हमला हुआ था, उस दिन फिलिस्तीन के समर्थन में प्रदर्शन करना 'अनुचित और अपमानजनक' है।


युद्धविराम की संभावनाएं

युद्धविराम की राह में बाधाएं: युद्धविराम की संभावनाएं बनी हुई हैं, लेकिन हमास की कठोर शर्तें और इजरायल की चुप्पी के कारण समाधान फिलहाल दूर नजर आ रहा है। अमेरिका और उसके सहयोगी देश बातचीत को सफल बनाने के लिए प्रयासरत हैं, लेकिन ज़मीन पर हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं।