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Greater Noida में 5 साल की बच्ची से डिजिटल रेप के आरोपी को 20 साल की सजा

Greater Noida में एक जिला न्यायालय ने 5 साल की बच्ची के साथ डिजिटल रेप करने के आरोपी नारायण प्रभु को 20 साल की सजा सुनाई है। यह मामला 5 फरवरी 2023 का है, जब आरोपी ने बच्ची को गिफ्ट दिलाने का लालच देकर अपने कमरे में ले जाकर घिनौनी वारदात को अंजाम दिया। बच्ची की मां को जब इस घटना की जानकारी हुई, तो उन्होंने पुलिस को सूचित किया। न्यायालय में 6 गवाहों की गवाही के आधार पर आरोपी को सजा सुनाई गई।
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Greater Noida में 5 साल की बच्ची से डिजिटल रेप के आरोपी को 20 साल की सजा

जिला न्यायालय का फैसला

Greater Noida News: जिला न्यायालय ने 5 वर्षीय बच्ची के साथ डिजिटल यौन शोषण करने के मामले में नारायण प्रभु को 20 साल की सजा सुनाई है। नारायण प्रभु बिहार के सुपौल का निवासी है और नोएडा के सेक्टर 142 में एक फैक्ट्री में काम करता था। इसके अलावा, उसे 50,000 रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है। यदि वह जुर्माना नहीं भरता है, तो उसे अतिरिक्त सजा भुगतनी होगी।


घटना का विवरण

2023 में हुई थी वारदात
पीड़ित बच्ची अपने माता-पिता के साथ सेक्टर 142 में रहती थी और UKG की पढ़ाई कर रही थी। 5 फरवरी 2023 को, जब उसके पिता ड्यूटी पर गए थे और माँ बाजार गई थी, तब नारायण प्रभु ने उसे अपने पास बुलाया। उसने बच्ची को गिफ्ट दिलाने का लालच देकर अपने कमरे में ले गया।


कमरे में हुई घिनौनी घटना

कमरा नंबर तीन में हुई घिनौनी वारदात
पुलिस जांच में पता चला कि नारायण प्रभु किराए के कमरे नंबर 3 में रहता था। वहां उसने बच्ची के साथ डिजिटल रेप किया। जब बच्ची रोने लगी, तो आरोपी उसे बाजार ले गया, जहां उसने उसे पेंसिल बॉक्स और अन्य गिफ्ट दिए। इसके बाद, उसने बच्ची को उसके घर छोड़ दिया।


बच्ची की मां को जानकारी

दर्द होने पर हुई जानकारी
बच्ची घर पहुंचकर रोने लगी। जब उसकी मां बाजार से लौटी, तो उसने कारण पूछा। बच्ची ने बताया कि उसके प्राइवेट पार्ट में दर्द हो रहा है। मां उसे डॉक्टर के पास ले गई, जहां डॉक्टर ने बताया कि बच्ची के साथ डिजिटल रेप हुआ है। बच्ची ने नारायण प्रभु का नाम लिया, जिसके बाद पुलिस को सूचित किया गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार किया। अब नारायण प्रभु को 20 साल की सजा सुनाई गई है।


गवाहों की पेशी

6 गवाह हुए पेश
इस मामले की सुनवाई के दौरान कुल 6 गवाह पेश हुए। गवाही में मेडिकल परीक्षण रिपोर्ट को महत्वपूर्ण साक्ष्य माना गया है। इसके अलावा, पुलिस ने घटनास्थल से पर्याप्त साक्ष्य एकत्र किए थे।