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Haris Rauf को ICC द्वारा दो मैचों का बैन, भारतीय खिलाड़ियों पर भी कार्रवाई

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने एशिया कप 2025 में भारत-पाकिस्तान मैचों से संबंधित अनुशासनात्मक कार्रवाई की है। पाकिस्तान के तेज गेंदबाज हारिस रऊफ को 2 मैचों के लिए निलंबित किया गया है, जबकि भारतीय खिलाड़ियों सूर्यकुमार यादव और जसप्रीत बुमराह पर भी जुर्माना लगाया गया है। यह निर्णय खेल की गरिमा को बनाए रखने के लिए लिया गया है। जानें इस मामले की पूरी जानकारी और इसके पीछे की वजहें।
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Haris Rauf को ICC द्वारा दो मैचों का बैन, भारतीय खिलाड़ियों पर भी कार्रवाई

Haris Rauf पर ICC का एक्शन

Haris Rauf ICC Ban: अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने एशिया कप 2025 में भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाले मैचों से संबंधित अनुशासनात्मक कार्रवाई की घोषणा की। यह निर्णय ICC के एमिरेट्स एलीट पैनल के मैच रैफरी रिची रिचर्डसन और एंडी पाइक्रॉफ्ट की सुनवाई के बाद लिया गया।


इस कार्रवाई के तहत पाकिस्तान के तेज गेंदबाज हारिस रऊफ को 2 मैचों के लिए निलंबित किया गया है, जबकि भारतीय बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव और गेंदबाज जसप्रीत बुमराह पर जुर्माना लगाया गया है।


Haris Rauf का निलंबन

Haris Rauf होंगे दो मैचों से बाहर


14 सितंबर को भारत-पाकिस्तान मैच में तीन खिलाड़ियों को खेल की गरिमा को नुकसान पहुंचाने के लिए ICC के आर्टिकल 2.21 के तहत दोषी ठहराया गया। भारतीय खिलाड़ी सूर्यकुमार यादव और पाकिस्तान के हारिस रऊफ दोनों पर मैच फीस का 30% जुर्माना और 2-2 डिमेरिट पॉइंट्स लगाए गए।


पाकिस्तान के सऊद फरहान को एक चेतावनी और 1 डिमेरिट पॉइंट मिला। 21 सितंबर के मैच में भारत के युवा गेंदबाज अर्शदीप सिंह पर आपत्तिजनक इशारे का आरोप लगा, लेकिन जांच में कोई ठोस सबूत न मिलने के कारण उन्हें क्लीन चिट दी गई। 28 सितंबर को एशिया कप फाइनल में जसप्रीत बुमराह ने खुद अनुशासन तोड़ने की बात स्वीकार की और उन्हें आधिकारिक चेतावनी और 1 डिमेरिट पॉइंट दिया गया। वहीं, हारिस रऊफ ने फिर से वही गलती की, जिसके कारण उन्हें 2 और डिमेरिट पॉइंट्स और 30% मैच फीस का जुर्माना मिला।


पिछले 24 महीनों में रऊफ के कुल 4 डिमेरिट पॉइंट्स हो गए हैं, जिसके चलते ICC ने उन्हें 2 मैचों के लिए निलंबित किया है। अब वह पाकिस्तान के खिलाफ 4 और 6 नवंबर को होने वाले वनडे मैचों में भाग नहीं ले पाएंगे।


ICC का यह निर्णय खिलाड़ियों को स्पष्ट संदेश देता है कि खेल की भावना और मैदान पर व्यवहार की सीमाएं कभी नहीं तोड़ी जा सकतीं। अनुशासन ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की प्रतिष्ठा बनाए रखने का सबसे महत्वपूर्ण आधार है।