Hyundai को GST कटौती से मिलेगी नई रफ्तार, बिक्री में होगी वृद्धि

Hyundai GST कटौती: लाभ में दोगुना!
नई दिल्ली। ऑटो उद्योग और कार प्रेमियों के लिए एक महत्वपूर्ण समाचार है! Hyundai Motor India को हाल ही में GST दरों में कमी से काफी राहत मिली है।
कंपनी का मानना है कि इस निर्णय से न केवल भारत में उनकी कारों की बिक्री में वृद्धि होगी, बल्कि निर्यात में भी उल्लेखनीय बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। Hyundai इसे 'डबल इंजन' विकास का अवसर मानती है, जिससे भविष्य में उनकी कुल बिक्री में बड़ा इजाफा होगा। आइए जानते हैं कि Hyundai इस अवसर का लाभ कैसे उठाने की योजना बना रही है।
GST कटौती का प्रभाव
Hyundai Motor India Ltd. (HMIL) के COO तरुण गर्ग ने बताया कि पिछले 6-8 महीनों में घरेलू बिक्री में कमी आई थी, जिसके कारण कंपनी ने निर्यात पर अधिक ध्यान केंद्रित किया।
हालांकि, पहले क्षमता की कमी के कारण कंपनी का ध्यान भारतीय बाजार की मांग को पूरा करने पर था। अब GST कटौती के साथ, कंपनी को उम्मीद है कि ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में मांग में वृद्धि होगी। गर्ग ने कहा कि यह 'GST 2.0' सुधार ऑटो उद्योग और अर्थव्यवस्था को नई गति देगा।
बिक्री और निर्यात के आंकड़े
वर्तमान वित्त वर्ष (अप्रैल-अगस्त) में Hyundai की घरेलू बिक्री 11.2% घटकर 2,20,233 गाड़ियों तक पहुंच गई, जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि में 2,47,992 गाड़ियाँ बिकी थीं। हालांकि, निर्यात में कंपनी ने शानदार प्रदर्शन किया। इस साल अप्रैल-अगस्त में निर्यात 12.45% बढ़कर 80,740 गाड़ियाँ हो गया, जो पिछले साल 71,800 था। गर्ग ने कहा कि घरेलू बाजार में सुस्ती के बावजूद निर्यात ने कंपनी को मजबूती प्रदान की है, और अब GST कटौती से दोनों बाजारों में तेजी आएगी।
ग्रामीण और शहरी बाजार में संभावनाएँ
गर्ग ने बताया कि अच्छा मानसून, बेहतर MSP, सड़क अवसंरचना में सुधार और अच्छी फसल से ग्रामीण बाजार में तेजी आएगी।
वहीं, सकारात्मक माहौल होने पर शहरी बाजार भी अच्छा प्रदर्शन करेगा। पिछले एक साल में भू-राजनीतिक समस्याओं और अन्य कारणों से शहरी बाजार में कुछ चुनौतियाँ आईं। लेकिन अब GST कटौती से माहौल सकारात्मक होगा, जिससे शहरी और ग्रामीण दोनों बाजारों में मांग बढ़ेगी।
उत्पादन क्षमता में वृद्धि
Hyundai की चेन्नई फैक्ट्री की मौजूदा वार्षिक क्षमता 8.24 लाख गाड़ियाँ है। गर्ग ने बताया कि अक्टूबर 2025 से महाराष्ट्र के तालेगांव प्लांट में 1.7 लाख गाड़ियों की अतिरिक्त क्षमता जुड़ने से कुल क्षमता 9.94 लाख हो जाएगी। यह 20% की वृद्धि है।
वित्त वर्ष 2027-28 तक तालेगांव में 80,000 और गाड़ियों की क्षमता बढ़ेगी, जिससे कुल क्षमता 11 लाख गाड़ियाँ हो जाएगी। इससे Hyundai घरेलू और निर्यात दोनों बाजारों की जरूरतों को आसानी से पूरा कर सकेगी।
निर्यात में बढ़ता योगदान
पिछले साल Hyundai के राजस्व में निर्यात का हिस्सा 21% था, जो इस साल की पहली तिमाही में बढ़कर 27% हो गया। गर्ग ने कहा कि बढ़ती उत्पादन क्षमता और GST कटौती से घरेलू और निर्यात दोनों बाजारों में बड़ा अवसर है। यह 'डबल इंजन' विकास Hyundai को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा।
तो तैयार हो जाइए! Hyundai की कारें अब और सस्ती हो सकती हैं, और कंपनी की बढ़ती क्षमता के साथ आपके लिए नए मॉडल्स और बेहतर डील्स का इंतजार है!