Newzfatafatlogo

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस: पूर्वोत्तर रेलवे में महिला लोको पायलट ने ट्रेन संचालन किया

 | 




-बनारस और वाराणसी सिटी रेलवे स्टेशनों से महिला रेल कर्मियों ने हरी झंडी दिखाई

वाराणसी, 08 अगस्त (हि.स.)। अन्तरराष्ट्रीय महिला दिवस पर शनिवार को पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने महिला रेल कर्मियों को ट्रेनों के संचालन की पूरी जिम्मेदारी सौंपी। महिला पायलट ने अकेले ट्रेन को चलाया। महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए बनारस और वाराणसी सिटी रेलवे स्टेशनों से महिला रेल कर्मियों ने दो मेमू पैसेंजर का संचालन किया। पूर्वोत्तर रेलवे, वाराणसी मंडल के बनारस स्टेशन से झूंसी के लिए गाड़ी सं 65129 (बनारस-झूंसी डेमू) ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर स्टेशन अधीक्षक ने रवाना किया।

इसी क्रम में वाराणसी सिटी से गाड़ी सं 65106 (वाराणसी सिटी-गाजीपुर सिटी डेमू) को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। दोनों ट्रेनों का संचालन पूरी तरह से महिला कर्मचारियों (महिला क्रू और रनिंग स्टाफ) ने किया। इसी क्रम में कैंट रेलवे स्टेशन से ट्रेन संख्या 18104 का संचालन पं. दीनदयाल उपाध्याय स्टेशन के लिए हुआ। लोको पायलट जेपी सिंह और सहायक लोको पायलट केएम. अंजलि ने इसका संचालन किया।

पूर्वोत्तर रेलवे के जनसम्पर्क अधिकारी के अनुसार, पूर्वोत्तर रेलवे के वाराणसी मंडल पर महिला कर्मचारियों तथा यात्रियों के लिए उत्साहजनक एवं अनुकूल वातावरण बनाने के लिए व्यापक कदम उठाये गये हैं। महिला कर्मचारियों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूकता करने के लिये समय-समय पर सेमिनार एवं नाटकों का मंचन किया जाता है। वाराणसी मंडल के सभी संवर्गों में महिलायें कार्यरत हैं और पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कार्य कर रही हैं। रेलवे एवं देश के उत्थान में अपना योगदान दे रही हैं। उन्होंने बताया कि महिला कर्मचारियों के समुचित विश्राम के लिये मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय में ही रेस्ट रूम उपलब्ध है, जिसमे कुर्सियां, आर.ओ. वाटर फिल्टर, कूलर, रेफ्रिजरेटर, ओवन, टेलीविजन (टी.वी.), वाशबेसिन आदि की समुचित व्यवस्था की गई है।

आरपीएफ ने महिला यात्रियों की सुरक्षा के लिये मेरी सहेली अभियान शुरू किया

रेलवे सुरक्षा बल (आर.पी.एफ.) ने ट्रेनों में यात्रा करने वाली महिला यात्रियों की सुरक्षा के लिए मेरी सहेली अभियान शुरू किया है। इस अभियान में महिला आर.पी.एफ. कर्मचारियों की एक टीम सम्मिलित है, जो अकेले यात्रा कर रही महिला यात्रियों से मिलकर उन्हें आश्वासन देती है कि रेलवे उनकी देखभाल करने के लिये प्रतिबद्ध है। मंडल के महत्वपूर्ण स्टेशनों पर मेरी सहेली टीम का गठन किया गया है, जो महिला यात्रियों की शिकायतों पर उन्हें त्वरित सहायता सुनिश्चित करती हैं। मेरी सहेली टीम यात्रा के दौरान किसी तरह की शिकायत के लिये रेलवे हेल्पलाइन 139 के बारे में उन्हें जागरूक करती है। यह टीम अक्सर संकट में फंसी महिला यात्रियों की सहायता करती हैं, जिनमें गर्भवती माताएँ भी शामिल हैं। जिन्हें ट्रेन यात्रा के दौरान प्रसव पीड़ा होती है।

'ऑपरेशन मातृशक्ति' के तहत, महिला आरपीएफ कर्मियों ने अकेले 2024 में 174 महिलाओं को ट्रेनों में सुरक्षित रूप से जन्म देने में मदद की है, जिससे गोपनीयता, सम्मान और समय पर चिकित्सा सहायता सुनिश्चित हुई है। महाकुंभ-2025 जैसे प्रमुख आयोजनों के दौरान, आरपीएफ की महिला कर्मियों ने अपने पुरुष समकक्षों के साथ मिलकर अथक परिश्रम किया और प्रयागराज में पवित्र स्नान के लिए पहुंची हजारों महिला तीर्थयात्रियों को तुरंत सहायता प्रदान की।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी