IRCTC की नई श्रीरामायण यात्रा: धार्मिक पर्यटन का नया अध्याय

श्रीरामायण यात्रा का शुभारंभ
श्रीरामायण यात्रा: राम मंदिर के उद्घाटन के बाद, भारत में धार्मिक पर्यटन को एक नई दिशा मिली है। इसी को ध्यान में रखते हुए, इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन (IRCTC) ने अपनी प्रसिद्ध श्रीरामायण यात्रा ट्रेन का पांचवां संस्करण पेश किया है। यह विशेष धार्मिक यात्रा 25 जुलाई 2025 को दिल्ली के सफदरजंग रेलवे स्टेशन से प्रारंभ होगी और यह 17 दिनों में 30 से अधिक रामायण से जुड़े तीर्थ स्थलों का दौरा करेगी।
यात्रा की विशेषताएँ और ट्रेन की सुविधाएँ
यह यात्रा भारत गौरव डीलक्स एसी टूरिस्ट ट्रेन के माध्यम से संचालित की जाएगी, जिसमें आधुनिक सुविधाएँ उपलब्ध हैं:
पूर्णतः वातानुकूलित फर्स्ट AC, सेकेंड AC और थर्ड AC कोच
ऑनबोर्ड दो रेस्टोरेंट और एक आधुनिक किचन
शॉवर क्यूबिकल्स और सेंसर आधारित शौचालय
फुट मसाजर और सीसीटीवी निगरानी
हर कोच में सुरक्षा गार्ड तैनात
यात्रा का पैकेज और किराया
यह यात्रा ऑल-इंक्लूसिव टूर पैकेज के तहत उपलब्ध होगी, जिसमें ट्रेन किराया, शाकाहारी भोजन, 3-स्टार होटल में ठहराव, एसी बस से रोड ट्रांसफर, दर्शनीय स्थलों की यात्रा, ट्रैवल इंश्योरेंस और IRCTC टूर मैनेजर की सेवा शामिल हैं।
3 AC: ₹1,17,975 प्रति व्यक्ति
2 AC: ₹1,40,120 प्रति व्यक्ति
1 AC कैबिन: ₹1,66,380 प्रति व्यक्ति
1 AC कूप: ₹1,79,515 प्रति व्यक्ति
प्रमुख तीर्थ स्थल
1. अयोध्या (उत्तर प्रदेश)
श्रीराम जन्मभूमि मंदिर, हनुमान गढ़ी और सरयू नदी के किनारे राम की पैड़ी।
2. नंदीग्राम (उत्तर प्रदेश)
भरत मंदिर का दर्शन, जहाँ भरत ने राम के प्रतीक चिन्ह रख कर राज्य चलाया था।
3. सीतामढ़ी (बिहार) और जनकपुर (नेपाल)
सीता की जन्मभूमि मानी जाती है। नेपाल स्थित जानकी मंदिर का भी दर्शन होगा।
4. बक्सर (बिहार)
रामरेखा घाट और रमेश्वरनाथ मंदिर का दर्शन।
5. वाराणसी (उत्तर प्रदेश)
काशी विश्वनाथ कॉरिडोर, तुलसी मंदिर, संकट मोचन हनुमान मंदिर, गंगा आरती।
6. प्रयागराज, श्रृंगवेरपुर और चित्रकूट (UP/MP बॉर्डर)
रामायण काल के ऐतिहासिक स्थल, जहाँ राम, लक्ष्मण और सीता ने वनवास के दौरान समय बिताया।
7. नासिक (महाराष्ट्र)
त्र्यंबकेश्वर मंदिर और पंचवटी – राम का वनवासकालीन निवास।
8. हम्पी (कर्नाटक)
किष्किंधा नगरी – हनुमान की जन्मस्थली अंजनेय पर्वत, विट्ठल मंदिर, विरुपाक्ष मंदिर।
9. रामेश्वरम (तमिलनाडु)
रामनाथस्वामी मंदिर और धनुषकोडी, जहाँ से रामसेतु की शुरुआत मानी जाती है।
यात्रा का महत्व
यह यात्रा धार्मिकता के साथ-साथ भारत गौरव योजना के तहत देश की सांस्कृतिक धरोहर को प्रदर्शित करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। राम मंदिर के उद्घाटन के बाद आध्यात्मिक पर्यटन में वृद्धि देखी गई है, और यह यात्रा उसी भावना को आगे बढ़ाती है।
बुकिंग की जानकारी
इस यात्रा की बुकिंग IRCTC की आधिकारिक टूरिज्म वेबसाइट पर शुरू हो चुकी है। सीटें सीमित हैं, इसलिए जल्द बुकिंग करना आवश्यक है।