Israel-Hamas संघर्ष: दो साल बाद भी शांति की उम्मीदें बरकरार

Israel Hamas War Update
Israel Hamas War Update: गाजा पट्टी में इजरायल और हमास के बीच चल रहे भीषण संघर्ष को आज, 7 अक्टूबर 2025 को दो साल पूरे हो गए हैं। यह युद्ध तब शुरू हुआ जब हमास ने इजरायल पर एक बड़ा हमला किया था। तब से अब तक हजारों लोगों की जान जा चुकी है और तबाही का सिलसिला जारी है। युद्धविराम के लिए वैश्विक स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस समाधान नहीं निकल पाया है। इस बीच, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा पेश किए गए 20 सूत्रीय प्रस्ताव पर हमास की आंशिक सहमति भी सामने आई है। फिर भी, युद्धविराम पर अंतिम सहमति अभी भी अधर में है।
7 अक्टूबर 2023 का वो काला दिन
साल 2023 में यहूदियों के सुकोत त्योहार के दौरान हमास ने इजरायल पर एक बड़ा हमला किया था। इस हमले में 1219 लोग मारे गए और लगभग 251 लोगों को बंधक बना लिया गया। हमास के आतंकियों ने नोवा म्यूजिक फेस्टिवल पर भीषण गोलीबारी की थी, जिसमें 370 निर्दोष लोगों की जान चली गई थी। अब, दो साल बाद, उन मृतकों की याद में इजरायल के विभिन्न हिस्सों में श्रद्धांजलि सभाएं और रैलियां आयोजित की जा रही हैं। विशेष रूप से, नोवा म्यूजिक फेस्टिवल की जगह पर पीड़ित परिवार इकट्ठा होकर अपने प्रियजनों को याद कर रहे हैं।
अब तक फिलिस्तीनी मारे गए लोग
इजरायल के जवाबी हमलों में गाजा पट्टी में अब तक 64,000 से अधिक फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं। इस हिंसा ने पूरे क्षेत्र को मानवता के संकट में डाल दिया है। हमास ने दावा किया है कि उसने कई बंधकों को रिहा कर दिया है, लेकिन अब भी 47 बंधक उसके कब्जे में हैं।
मिस्र में चल रही है हमास-इजरायल की वार्ता
गाजा में शांति बहाल करने के लिए मिस्र के शर्म अल-शेख रिजॉर्ट में इजरायल और हमास के बीच अप्रत्यक्ष बातचीत चल रही है। इस वार्ता में इजरायल की ओर से शीर्ष वार्ताकार रॉन डर्मर, जबकि हमास की ओर से खलील अल-हय्या शामिल हैं। मिस्र के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर बताया कि यह बैठक सोमवार दोपहर शुरू हुई। अमेरिकी दूत स्टीव विटकॉफ और डोनाल्ड ट्रंप के दामाद जेरेड कुशनर के भी बातचीत में शामिल होने की संभावना जताई गई है।
ट्रंप के 20 सूत्रीय शांति प्रस्ताव पर कन्फ्यूजन
डोनाल्ड ट्रंप द्वारा पेश 20 सूत्रीय शांति योजना को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं। इसमें हमास के भविष्य के शासन को लेकर जटिल मुद्दे शामिल हैं। हालांकि कुछ बिंदुओं पर हमास ने सकारात्मक संकेत दिए हैं, लेकिन वार्ता में ठोस नतीजे का अभी इंतजार है। वार्ता में सबसे बड़ी चुनौती बंधकों की रिहाई को लेकर है। इजरायल सरकार इस मुद्दे पर सख्त रुख अपनाए हुए है और हमास पर दबाव बना रही है कि शेष 47 बंधकों को बिना शर्त रिहा किया जाए।
उम्मीद बरकरार
दो साल बाद भी गाजा की जमीनी हकीकत बेहद भयावह बनी हुई है। हजारों जानें जा चुकी हैं, लाखों लोग विस्थापित हो चुके हैं और आर्थिक तबाही का कोई हिसाब नहीं है। इसके बावजूद, अंतरराष्ट्रीय समुदाय को उम्मीद है कि जल्द ही कोई हल निकलेगा और गाजा में फिर से शांति बहाल होगी।