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Israel's Military Strategy in Gaza: Netanyahu Discusses with Trump

Israel has ramped up its military operations in Gaza, focusing on Hamas strongholds. Prime Minister Netanyahu discussed strategies with former President Trump, emphasizing the need to defeat Hamas and ensure the release of hostages. Despite claims of no famine in Gaza, UN officials have warned of dire humanitarian conditions. Netanyahu clarified that Israel does not seek permanent control over Gaza but aims to liberate it from Hamas. The international community has reacted, with the US supporting Israel's right to defend itself, while China and Russia have raised concerns over the humanitarian crisis. Read on for a detailed analysis of the situation.
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Israel's Military Strategy in Gaza: Netanyahu Discusses with Trump

Netanyahu और Trump की बातचीत

Netanyahu Trump Gaza Talks: इज़राइल ने गाजा में हमास के ठिकानों पर निर्णायक कार्रवाई के लिए अपनी सैन्य योजना को तेज कर दिया है। रविवार को, प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ इस योजना पर विस्तार से चर्चा की, जिसमें युद्ध समाप्त करने, बंधकों की रिहाई सुनिश्चित करने और हमास को पूरी तरह से पराजित करने की रणनीति शामिल है। नेतन्याहू ने ट्रंप के 'दृढ़ समर्थन' के लिए आभार व्यक्त किया। इजराइल के प्रधानमंत्री कार्यालय ने पुष्टि की कि नेतन्याहू और ट्रंप के बीच बातचीत गाजा में हमास के नियंत्रण वाले क्षेत्रों पर कब्जा जमाने, बंधकों को सुरक्षित बाहर निकालने और संघर्ष समाप्त करने के विषय में हुई। नेतन्याहू ने कहा कि ट्रंप ने युद्ध की शुरुआत से ही इजराइल का अडिग समर्थन किया है।


UN की चेतावनी

UN की चेतावनी

नेतन्याहू ने स्थानीय मीडिया से कहा कि गाजा में 'कोई भुखमरी नहीं है', केवल आवश्यक वस्तुओं की कमी है। उन्होंने कहा, 'कोई भूख नहीं थी... भुखमरी की कोई नीति नहीं थी।' हालांकि, संयुक्त राष्ट्र के मानवीय मामलों के प्रमुख रमेश राजसिंघम ने इसे खारिज करते हुए कहा कि यह अब भुखमरी का संकट नहीं है, बल्कि यह भुखमरी है... मानवीय स्थितियां बेहद भयावह हैं।


नेतन्याहू का बयान

नेतन्याहू का बयान

नेतन्याहू ने स्पष्ट किया कि इजराइल गाजा पर स्थायी कब्जा नहीं चाहता, बल्कि उसे हमास के नियंत्रण से मुक्त कराना चाहता है। उन्होंने कहा कि उनका उद्देश्य क्षेत्र का सैन्यीकरण समाप्त करना, सुरक्षा नियंत्रण सुनिश्चित करना और प्रशासन को गैर-इजराइली नागरिक प्राधिकरण को सौंपना है। उन्होंने मीडिया को बताया, 'हमारा लक्ष्य गाज़ा पर कब्जा करना नहीं है, बल्कि गाजा को आजाद कराना है।'


हमास में आतंकवादीयों का दावा

हमास में आतंकवादीयों का दावा

प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने कहा कि गाजा में अभी भी हजारों सशस्त्र हमास लड़ाके मौजूद हैं और फिलिस्तीनी आम नागरिक 'उनसे मुक्ति के लिए भीख मांग रहे हैं।' उन्होंने गाजा की दुर्दशा के लिए हमास को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि नागरिक हताहत, विनाश और अभाव उसी की देन है। नेतन्याहू ने घरेलू और अंतरराष्ट्रीय आलोचनाओं के बावजूद कहा कि इजराइल के पास काम पूरा करने और हमास को पूरी तरह से हराने के अलावा कोई रास्ता नहीं है। उन्होंने बताया कि सुरक्षा कैबिनेट ने गाजा शहर के अलावा 'केंद्रीय शिविरों' और मुवासी में भी हमास के गढ़ों को ध्वस्त करने का आदेश दे दिया है।


अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया

अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया

अमेरिका ने इजराइल का समर्थन दोहराते हुए कहा कि उसे अपनी सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाने का अधिकार है। वाशिंगटन ने गाजा में नरसंहार के आरोपों को 'बेबुनियाद' बताया। वहीं, चीन ने कहा कि गाजा की जनता को 'सामूहिक दंड' देना अस्वीकार्य है, और रूस ने बेतहाशा बढ़ती शत्रुता पर चेतावनी दी। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, युद्ध में अब तक 61,400 से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए हैं, जिनमें लगभग आधे महिलाएं और बच्चे हैं। संयुक्त राष्ट्र और स्वतंत्र विश्लेषकों के मुताबिक, यही आंकड़े सबसे परफेक्ट माने जा रहे हैं।