KGMU में लव जिहाद मामले में जूनियर डॉक्टर का निलंबन
KGMU में लव जिहाद का मामला
लखनऊ। किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) में लव जिहाद के आरोप में जूनियर रेजिडेंट डॉ. रमीज उद्दीन नायक को मंगलवार को निलंबित कर दिया गया। यह निर्णय विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. सोनिया नित्यानंद की स्वीकृति से डीन एकेडमिक्स प्रो. वीरेंद्र आतम द्वारा लिया गया।
प्रो. आतम ने एक पत्र में बताया कि यौन उत्पीड़न की शिकायत पर आंतरिक समिति ने ध्यान दिया है। समिति ने आरोपों की गंभीरता को देखते हुए कहा कि जांच के दौरान जूनियर रेजिडेंट की ड्यूटी पर बने रहना निष्पक्षता को प्रभावित कर सकता है।
उन्हें निर्देश दिया गया है कि निलंबन के दौरान वह KGMU मुख्यालय में उपस्थित रहेंगे, लेकिन कोई आधिकारिक कार्य नहीं करेंगे। बिना पूर्व अनुमति के विश्वविद्यालय परिसर में प्रवेश नहीं कर सकेंगे और केवल जांच प्रक्रिया में शामिल हो सकेंगे।
यह मामला पिछले शनिवार को सामने आया, जब एक हिंदू लड़की से अपनी शादी छिपाकर रेजिडेंट डॉक्टर ने उसे प्रेम जाल में फंसाया और शादी के लिए मतांतरण का दबाव डाला। जब महिला ने मना किया, तो आरोपित ने उसे प्रताड़ित करना शुरू कर दिया।
महिला रेजिडेंट ने मानसिक तनाव के कारण आत्महत्या का प्रयास किया और गंभीर स्थिति में ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया, जहां उसका इलाज किया गया। पीड़िता के परिवार ने मुख्यमंत्री जन सुनवाई पोर्टल और राज्य महिला आयोग में भी शिकायत की है। महिला रेजिडेंट KGMU के हॉस्टल में रहती है और जुलाई 2025 में MD पैथोलॉजी में दाखिला लिया था, जहां उसकी मुलाकात रेजिडेंट डॉक्टर से हुई थी।
महिला डॉक्टर के परिवार का आरोप है कि साथी रेजिडेंट ने उनकी बेटी को प्रेमजाल में फंसाया और महीनों तक उसका शोषण किया। जब शादी की बात आई, तो रेजिडेंट ने मतांतरण का दबाव बनाया, जिसे महिला ने ठुकरा दिया। इसी बीच, रेजिडेंट डॉक्टर की पत्नी को इस संबंध की जानकारी हुई और उसने महिला डॉक्टर को उसके पहले से शादीशुदा होने की बात बताई। इसके बाद महिला डॉक्टर मानसिक रूप से टूट गई।
