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महाशिवरात्रिः आज रात 2:30 बजे खुलेंगे महाकालेश्वर मंदिर के पट, लगातार 44 घंटे होंगे दर्शन

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महाशिवरात्रिः आज रात 2:30 बजे खुलेंगे महाकालेश्वर मंदिर के पट, लगातार 44 घंटे होंगे दर्शन


उज्जैन, 25 फरवरी (हि.स.)। विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर के मंदिर में महाशिवरात्रि पर्व की तैयारियां पूर्ण हो गई हैं। महाशिवरात्रि के लिए मंगलवार-बुधवार की दरमियानी रात 2.30 बजे महाकालेश्वर मंदिर के पट खुलेंगे। इसके साथ ही आम दर्शन का सिलसिला शुरू हो जाएगा। भक्तों को लगातार 44 घंटे भगवान महाकाल के दर्शन होंगे। इस दौरान गर्भ गृह में लगातार भगवान महाकाल की महापूजा का अनुक्रम चलता रहेगा। ज्योतिर्लिंग की पूजन परंपरा के अनुसार भगवान महाकाल की चार प्रहर की पूजा होगी।

महाकालेश्वर मंदिर में महाशिवरात्रि से पहले नौ दिनों तक शिव नवरात्रि का उत्सव धूमधाम से मनाया गया। शिव नवरात्रि के अंतिम दिन मंगलवार को भगवान महाकालेश्वर ने श्री शिव-तांडव के स्वरूप में दर्शन दिए। सुबह आचार्य व मुख्य पुजारी घनश्याम शर्मा के आचार्यत्व में 11 ब्राह्मणों द्वारा महाकालेश्वर भगवान का अभिषेक एकादश-एकादशनी रूद्र पाठ से किया गया व संध्या पूजन के बाद बाबा महाकाल को नए कपड़े पहनाए गए। इसके अतिरिक्त मेखला, दुपट्टा, कटरा, मुकुट, छत्र, मुण्डमाला, नागकुंडल व फलों की माला आदि धारण कराई गई। वहीं, 26 फरवरी को महाशिवरात्रि पर्व धूमधाम से मनाया जाएगा, जिसकी सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।

महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी महेश शर्मा ने बताया कि मंगलवार-बुधवार की मध्य रात्रि 2.30 बजे मंदिर के पट खुलने के बाद भस्म आरती होगी। महाकाल अपने भक्तों को लगातार 44 घंटे दर्शन देंगे। मंदिर प्रशासन ने भक्तों की सुविधा के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं। सामान्य, वीआइपी तथा वृद्ध व दिव्यांग श्रद्धालुओं के लिए अलग-अलग द्वार से प्रवेश की व्यवस्था रहेगी।

उन्होंने बताया कि बुधवार सुबह 7.30 से 8.15 बजे तक दद्योदक (बालभोग) आरती होगी। सुबह 10.30 से 11.15 बजे तक भोग आरती होगी। दोपहर 12 बजे तहसील की ओर से भगवान महाकाल की शासकीय पूजा होगी। शाम 4 बजे से होलकर व सिंधिया राजवंश की ओर से पूजा अर्चना की जाएगी। शाम 7 बजे से रात 10 बजे तक कोटेश्वर महादेव का पूजन व सेहरा शृंगार होगा। रात 11 बजे से गर्भगृह में महाकाल की महापूजा होगी, जो सारी रात चलेगी। गुरुवार सुबह 6 बजे से 10 बजे तक सेहरा दर्शन होंगे और दोपहर 12 बजे साल में एक बार दिन में भस्म आरती होगी। दोपहर 2 बजे बालभोग व भोग आरती होगी। रात 11 बजे शयन आरती के बाद पट बंद होंगे।

भस्म आरती में बिना परमिशन महाकाल के दर्शन

महाशिवरात्रि पर महाकाल मंदिर में भस्म आरती में बिना परमिशन वाले श्रद्धालुओं को भी प्रवेश मिलेगा। ऐसे भक्त, जिन्हें अनुमति नहीं मिली है, वे चलती भस्म आरती के दर्शन कर सकेंगे। शिवरात्रि पर्व पर भक्तों की लाइन चारधाम मंदिर के पास से लगेगी, जहां से श्रद्धालु शक्ति पथ होते हुए नंदी द्वार से महाकाल लोक और फिर मानसरोवर होते हुए भगवान महाकाल के दर्शन कर सकेंगे।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर