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मुख्यमंत्री डॉ यादव के यूके-जर्मनी के दौरे पर मप्र को मिले 78 हजार करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव

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मुख्यमंत्री डॉ यादव के यूके-जर्मनी के दौरे पर मप्र को मिले 78 हजार करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव


मुख्यमंत्री डॉ यादव के यूके-जर्मनी के दौरे पर मप्र को मिले 78 हजार करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव


-छह दिनी विदेश दौरे से लौटे सीएम, बोले- प्रदेश के समग्र विकास के साथ युवाओं के रोजगार के लिये सार्थक रही यात्रा

भोपाल, 30 नवंबर (हि.स.)। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव शनिवार को अपने छह दिवसीय यूके और जर्मनी के विदेश दौरे से वापस लौट आए हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत की वैश्विक पहचान और अधिक सशक्त भी हो रही है, साथ ही एक अलग छवि बन रही है। उनकी जो कहते हैं, वह पूरा करके दिखाते हैं वाली कार्यशैली प्रेरणादायक है। प्रधानमंत्री मोदी की ग्लोबल लीडर वाली उत्कृष्ट छवि का लाभ मध्य प्रदेश को यूके-जर्मनी की छह दिवसीय यात्रा में मिला है। इसी का परिणाम है कि इस यात्रा में लगभग 78 हजार करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव उद्योगपतियों और निवेशकों से प्राप्त हुये हैं। इससे प्रदेश के समग्र विकास और टेक्नो-फ्रेण्डली युवाओं को रोजगार के अधिकतम अवसर उपलब्ध कराने में मदद मिलेगी।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव शनिवार देर शाम अपने निवास कार्यालय समत्व भवन में विदेश यात्रा से लौटने के बाद मीडिया से संवाद कर रहे थे। उन्होंने बताया कि इस यात्रा का उद्देश्य न केवल निवेश आकर्षित करना था, बल्कि प्रदेश के समग्र विकास के लिए विभिन्न क्षेत्रों के प्रमुख उद्योगों, शोध केंद्रों, शिक्षा केंद्रों, सांस्कृतिक केंद्रों का भ्रमण कर उन क्षेत्रों में प्रदेश के युवाओं के लिये रोजगार के अवसरों का सृजन करना था। मध्य प्रदेश को ग्लोबल इन्वेस्टमेंटस, टेक्नोलॉजिकल पार्टनरशिप और कल्चरल सेन्टर के रूप में स्थापित करना भी था। यात्रा भारत में मध्य प्रदेश को फ्यूचर रेडी स्टेट के रूप में प्रस्तुत करने और विभिन्न सेक्टर्स में साझेदारी को बढ़ावा देने के लक्ष्य को दृष्टिगत रखते हुए की गई। यात्रा में फरवरी- 2025 में भोपाल में होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर समिट के प्रसार एवं निवेशकों को आकर्षित करने का समग्र और सशक्त प्रयास भी किया गया।

उन्होंने कहा कि यूके एवं जर्मनी की यात्रा में निवेश के लिये फोकस सेक्टर खनिज, सेमीकंडक्टर, स्वास्थ्य, ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रानिक व्हीकल (ईवी), नवकरणीय ऊर्जा, शिक्षा, खाद्य प्र-संस्करण थे। प्रदेश सरकार के यूके और जर्मनी दौरे में निवेशकों के साथ राज्य में औद्योगिक, तकनीकी और पर्यावरणीय विकास को गति देने के लिये निवेश को बढ़ावा देने गहन चर्चा की। जर्मनी में विशेष रूप से तकनीकी अनुसंधान, हरित ऊर्जा, और औद्योगिक विकास पर चर्चा की गई। यहाँ पर्यावरणीय स्थिरता के साथ उद्योगों को बढ़ावा देने की रणनीतियों पर ध्यान केंद्रित किया गया।

100 करोड़ की निवेशक कम्पनी को तत्काल भूमि आवंटन निर्णय से प्रभावित हुए निवेशक

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि विदेशी निवेशक फ्युचर रेडी स्टेट मध्यप्रदेश की इंडस्ट्रियल फ्रेण्डली पॉलिसी से अत्यधिक प्रभावित नजर आए। जब उन्हें अधिकारियों और कंपनी प्रमुख से चर्चा उपरांत तत्काल कंपनी को भूमि आवंटन का निर्णय लेकर आवंटन-पत्र सौंपा गया। तकनीकी क्षेत्र में जर्मनी और भारत की कंपनी द्वारा संयुक्त रूप भोपाल के अचारपुरा में इकाई लगाने के लिये सागर रीजनल इंडस्ट्री कान्क्लेव में प्रस्ताव दिया गया था। इस कंपनी के जर्मन निवेशक को जर्मनी में भूमि आवंटन-पत्र प्रदान किया गया। कंपनी द्वारा भोपाल में 100 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया जाएगा।

हेल्थ सेक्टर में 3000 करोड़ का निवेश इंदौर मेंमुख्यमंत्री ने बताया कि स्वास्थ्य और फार्मास्युटिकल सेक्टर में निवेश पर हुई चर्चा में उत्साहवर्धक परिणाम मिले। इस सेक्टर में 3000 करोड़ रुपये का निवेश प्रस्ताव मिला है। कंपनी अपना प्लांट इंदौर के स्मार्ट इंडस्ट्रियल पार्क में लगाएगी। कंपनी द्वारा मध्यप्रदेश की नीति का अवलोकन कर अपनी संपूर्ण सहमति दी गई। हेल्थ सेक्टर में कार्य करने वाली कम्पनी के प्रबंधकों से चर्चा कर भूमि आवंटित करने का तत्काल निर्णय लिया गया। स्वास्थ्य क्षेत्र में आधुनिक चिकित्सा उपकरण और दवाओं के उत्पादन के लिए निवेशकों को आकर्षित किया गया है।

प्रचुर खनिज संसाधनों का रोजगार सृजन में मिलेगा योगदान

उन्होंने बताया कि विदेश यात्रा में राज्य में खनिज संसाधनों के प्रचुर भंडार के बेहतर उपयोग के लिये विभिन्न औद्योगिक इकाइयों की स्थापना पर ध्यान केन्द्रित किया गया। माइनिंग और मेटल इंडस्ट्रीज को आधुनिक तकनीकों से लैस करने और इन क्षेत्रों में विदेशी निवेश आकर्षित करने पर भी गहन चर्चा की गई। इस्पात इंटरनेशनल, इंडोरामा कंपनियों के प्रतिनिधियों से वन-टू-वन बैठक कर निवेश की सार्थक चर्चा हुई।

सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग में मिला 25 हजार करोड़ का निवेश प्रस्ताव

उन्होंने कहा कि विदेश यात्रा मेंअत्यंत महत्वपूर्ण सेक्टर सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग और इलेक्ट्रॉनिक्स हार्डवेयर में कार्य करने की दिशा में महत्वपूर्ण सफलता मिली है। मध्य प्रदेश में सेमीकंडक्टर और साइंस टेक्नोलॉजी पार्क के लिए SRAM & MRAM ग्रुप द्वारा 25 हजार करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिला है। इससे प्रमाणित हो रहा है कि प्रदेश में नित नए क्षेत्रों में निवेश आकर्षित करने की दिशा में हम सफल हो रहे हैं।

सौर ऊर्जा सेक्टर में मिले 150 करोड़ के निवेश प्रस्ताव

मुख्यमंत्री ने कहा कि विदेश यात्रा में प्रदेश में विकास के लिये सभी क्षेत्रों पर फोकस करते हुये चर्चा की गई। सौर ऊर्जा उत्पादन और उपकरण निर्माण में निवेश के लिए हुई चर्चा में Ejea Limited और Azia Limited ने सौर ऊर्जा से क्रमशः 50 करोड़ और 100 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले हैं।

डेयरी उद्योग को मिलेगा बढ़ावा

उन्होंने कहा कि डेयरी उद्योग में उत्पादकता बढ़ाने और आधुनिक प्रसंस्करण एकाइयों की स्थापना पर पोलैंड की कंपनी पीपीएच टैमर से विस्तार से चर्चा हुई। इस क्षेत्र में स्वदेशी और विदेशी कंपनियों के सहयोग से नई परियोजनाओं को प्रारंभ करने की योजनाएं बनाई गई। साथ ही क्षेत्र के विकास हेतु नई तकनीकों के उपयोग पर भी विशेषज्ञों से राउंड-टेबल मीटिंग हुई।

आईटी सेक्टर में मिला 1100 करोड़ का निवेश प्रस्ताव

मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश में आईटी के क्षेत्र में हो रहे कार्यों को विदेश यात्रा के परिणामस्वरूप और अधिक गति मिलेगी। सॉफ्टवेयर और आईटी पार्क के निर्माण पर विभिन्न इंटरैक्टिव-सेशन और राउंड-टेबल डिस्कशन हुआ। आईटी सेक्टर में इन्वेस्टमेंट के लिये कई इन्वेस्टर्स ने अपना इंटरैस्ट दिखाया है। वुडपैकर साफ्टवेयर से रसायन और आईटी सेक्टर में 1,100 करोड़ रुपये के निवेश का प्रस्ताव मिला।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर