NASA का पार्कर सोलर प्रोब: सूर्य के रहस्यों की खोज में नई गति

NASA पार्कर सोलर प्रोब
NASA पार्कर सोलर प्रोब: अंतरिक्ष अनुसंधान के क्षेत्र में नासा ने एक बार फिर अद्वितीय उपलब्धि हासिल की है। पार्कर सोलर प्रोब ने सूर्य के निकट पहुंचकर न केवल गति का नया रिकॉर्ड बनाया, बल्कि सौर गतिविधियों की गहरी समझ भी प्रदान की। यह मिशन सूर्य के रहस्यों को उजागर करने और अंतरिक्ष मौसम के प्रभावों को समझने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। यह रिपोर्ट इस मिशन की तकनीकी उपलब्धियों और इसके व्यापक प्रभावों को नए दृष्टिकोण से प्रस्तुत करती है।
6,87,000 किमी प्रति घंटे की गति
पार्कर सोलर प्रोब ने 18 सितंबर को अपनी 25वीं सूर्य परिक्रमा के दौरान 6,87,000 किमी प्रति घंटे की गति दर्ज की। यह गति इतनी तेज है कि यह दिल्ली से न्यूयॉर्क तक केवल 61 सेकंड में पहुंच सकता है, जबकि सामान्य उड़ान में 15-17 घंटे लगते हैं। यह उपलब्धि पहले 2024 और 2025 में दर्ज की गई गति के बराबर है, जो अंतरिक्ष यात्रा की संभावनाओं को नया आयाम देती है।
There’s no place like home… or is there? ☀️🏠
— NASA Solar System (@NASASolarSystem) September 22, 2025
Our heliosphere, the bubble created by our Sun, is like our “house” in space — but it’s not the only one! We’ve identified many other astrospheres in our galaxy, and the more we learn about our heliosphere, the better we can… pic.twitter.com/Z6iD1nxMa3
सूर्य के रहस्यों की खोज
पार्कर का मुख्य उद्देश्य सौर हवाओं, सूर्य की सतह से गर्म कोरोना और विशाल प्लाज्मा बादलों (कोरोनल मास इजेक्शन) की उत्पत्ति को समझना है। नासा के अनुसार, ये अध्ययन सूर्य के 11-वर्षीय चक्र के सक्रिय चरण में महत्वपूर्ण डेटा प्रदान करते हैं, जो अंतरिक्ष मौसम की भविष्यवाणी में सहायक है।
पृथ्वी के लिए महत्व
पार्कर के डेटा से यह स्पष्ट होता है कि सौर घटनाएं, जैसे सौर ज्वालाएं और प्लाज्मा विस्फोट, अंतरिक्ष यात्रियों, उपग्रहों, हवाई यात्रा और पृथ्वी पर बिजली ग्रिड के लिए खतरा उत्पन्न कर सकती हैं। नासा का यह मिशन इन खतरों को समझने और उनसे बचाव के उपाय खोजने में मदद कर रहा है, जिससे वैश्विक सुरक्षा को बढ़ावा मिलेगा।
तकनीकी चमत्कार का प्रतीक
2018 में लॉन्च किया गया पार्कर सोलर प्रोब नासा के 'लिविंग विद अ स्टार' कार्यक्रम का हिस्सा है। यह शुक्र की परिक्रमा का उपयोग कर सूर्य के निकट पहुंचता है। मिशन की तकनीकी सफलता और इसके स्वायत्त संचालन ने अंतरिक्ष अनुसंधान में नई संभावनाएं खोली हैं, जो भविष्य के मिशनों के लिए प्रेरणा बनेगी।