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एनसीआरटीसी ने दिव्यांगजनों के लिए शुरू किया सहायक उपकरण वितरण अभियान

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एनसीआरटीसी ने दिव्यांगजनों के लिए शुरू किया सहायक उपकरण वितरण अभियान


एनसीआरटीसी ने दिव्यांगजनों के लिए शुरू किया सहायक उपकरण वितरण अभियान


गाजियाबाद, 30 नवंबर (हि.स.)। एनसीआरटीसी ने दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर के आसपास रहने वाले दिव्यांगजनों के लिए शनिवार से सहायक उपकरण वितरण अभियान शुरू किया। इस पहल का उद्देश्य उनकी गतिशीलता, पहुंच और सक्षमता को बढ़ाना है, जिससे उन्हें अपने दैनिक जीवन में रोज़मर्रा की जरूरतों को पूरा करने में आसानी होगी। यह अभियान जापान फंड फॉर प्रॉस्परस एंड रेसिलिएंट एशिया एंड द पैसिफिक (जेएफपीआर) के तहत एशियाई विकास बैंक (एडीबी) के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है।

एनसीआरटीसी के प्रवक्ता पुनीत वत्स ने बताया कि दिव्यांगजनों को सहायक उपकरण वितरण का यह पहला अभियान है। भविष्य में भी इसी प्रकार के आयोजन किये जायेंगे। यह कार्यक्रम गाजियाबाद आरआरटीएस स्टेशन पर आयोजित किया गया, जहां एनसीआरटीसी की निदेशक (वित्त) नमिता मेहरोत्रा और निदेशक (सिस्टम एंड ऑपरेशन) नवनीत कौशिक ने लगभग 130 दिव्यांगजनों को स्मार्ट केन, श्रवण यंत्र और बैसाखी वितरित की।

इन दिव्यांगजनों के लिए यह पहल न केवल गतिशीलता और पहुंच को बढ़ावा देगी, बल्कि सशक्तीकरण और रोजगार में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। यह कार्यक्रम दिव्यांगजनों को आसानी से जीवन यापन करने और आवागमन में आसानी से आगे बढ़ाने में सहायता कर रहा है, जो इन लोगों को समाज और रोजगार में अधिक सक्रिय रूप से शामिल होने में सक्षम बनाएगा। इन उपकरणों की मदद से दिव्यांगजनों को परिवहन, दैनिक गतिविधियों और कार्यस्थलों तक बेहतर पहुँच साथ ही नौकरी के ऐसे अवसरों का भी लाभ मिलेगा, जो पहले उनके लिए दुर्गम थे।

दृष्टिबाधित यात्रियों की सहायता के लिए सभी आरआरटीएस स्टेशनों पर समर्पित स्पर्श पथ प्रदान किए गए हैं, जो उन्हें प्रमुख क्षेत्रों तक पहुँचने के लिए सबसे छोटे और सबसे सहज मार्गों पर मार्गदर्शन करते हैं, जिससे भ्रम कम होता है और उनका आत्मविश्वास बना रहता है।

वितरित किये गए उपकरण-

स्मार्ट केन : एक स्मार्ट केन एक अभिनव सहायक उपकरण है जिसे दृष्टिबाधित व्यक्तियों के लिए गतिशीलता और स्वतंत्रता बढ़ाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। पारंपरिक कैन के विपरीत, इसमें सिर के स्तर सहित विभिन्न ऊंचाइयों पर बाधाओं का पता लगाने के लिए अल्ट्रासोनिक या इन्फ्रारेड सेंसर जैसी उन्नत सुविधाएँ शामिल हैं जो कंपन या ध्वनि संकेतों के माध्यम से अलर्ट प्रदान करता है। बैटरी चलित इसको फोल्ड भी किया जा सकता है।

श्रवण यंत्र : श्रवण यंत्र छोटे इलेक्ट्रॉनिक उपकरण होते हैं जिन्हें उन लोगों की सहायता के लिए बनाया गया है, जिनकी सुनने की क्षमता कम है। इस उपकरण की मदद से ऐसे लोग ध्वनियों को अधिक स्पष्ट रूप से समझ पाते हैं और दैनिक जीवन में सक्रिय रूप से भाग ले पाते हैं। ये उपकरण ध्वनि को बढ़ाते हैं और उपयोगकर्ता की विशिष्ट श्रवण आवश्यकताओं के अनुरूप होते हैं।

बैसाखी : बैसाखियाँ गतिशीलता सहायक होती हैं जिन्हें चोट, विकलांगता या चिकित्सा स्थितियों के कारण चलने में सीमित क्षमता वाले व्यक्तियों की सहायता के लिए डिज़ाइन किया गया है। इनकी मदद से चलने में स्थिरता और संतुलन बना रहता है, जिससे उपयोगकर्ताओं को स्वतंत्र रूप से चलने में आसानी होती है। बैसाखी विभिन्न प्रकार की होती हैं, जिनमें अंडरआर्म बैसाखी, फोरआर्म बैसाखी और प्लेटफ़ॉर्म बैसाखी शामिल हैं। आधुनिक बैसाखियाँ हल्की लेकिन मज़बूत होती हैं।

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हिन्दुस्थान समाचार / फरमान अली