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NIA का बड़ा ऑपरेशन: बब्बर खालसा इंटरनेशनल के खिलाफ छापेमारी

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने बब्बर खालसा इंटरनेशनल के खिलाफ एक महत्वपूर्ण ऑपरेशन चलाया, जिसमें पंजाब और हरियाणा में 15 ठिकानों पर छापे मारे गए। इस कार्रवाई में कई डिजिटल उपकरण और दस्तावेज बरामद किए गए हैं, जो आतंकवादी गतिविधियों से जुड़े हैं। NIA की जांच से पता चला है कि BKI भारत में अपने स्थानीय कार्यकर्ताओं को फंडिंग और हथियार पहुंचाने के लिए पाकिस्तान और कनाडा में अपने सहयोगियों की मदद ले रहा है। इस बीच, कनाडा में भी खालिस्तानी नेटवर्क के खिलाफ कार्रवाई की गई है, जो भारत-कनाडा संबंधों में सुधार की उम्मीद जगाता है।
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NIA का बड़ा ऑपरेशन: बब्बर खालसा इंटरनेशनल के खिलाफ छापेमारी

NIA की छापेमारी का विवरण

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI) के खिलाफ एक महत्वपूर्ण कार्रवाई करते हुए पंजाब और हरियाणा में कई स्थानों पर छापे मारे। अमृतसर, तरनतारन, फिरोजपुर, पठानकोट, कपूरथला, रूपनगर और सिरसा में कुल 15 ठिकानों पर तलाशी ली गई। यह कार्रवाई जनवरी 2025 में अमृतसर की एक पुलिस चौकी पर हुए ग्रेनेड हमले से जुड़े सुरागों के आधार पर की गई थी।


छापेमारी में बरामद सामग्री

NIA के अधिकारियों ने बताया कि इस छापेमारी के दौरान कई मोबाइल फोन, लैपटॉप, डिजिटल उपकरण और आतंकवादी गतिविधियों से संबंधित महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद किए गए। प्रारंभिक जांच से पता चला है कि इन स्थानों का उपयोग BKI की भर्ती, फंडिंग और हमलों की योजना बनाने के लिए किया जा रहा था। जांच एजेंसी अब इन डिजिटल उपकरणों की फोरेंसिक जांच कर रही है ताकि संगठन के नेटवर्क और प्रमुख आकाओं की पहचान की जा सके।


BKI का अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क

BKI का नेटवर्क: विदेश से मिलती है मदद

एनआईए के अनुसार, बब्बर खालसा इंटरनेशनल पाकिस्तान और अन्य देशों में अपने सहयोगियों की सहायता से भारत में आतंकवादी नेटवर्क स्थापित करने का प्रयास कर रहा है। यह संगठन भारत में अपने स्थानीय कार्यकर्ताओं को धन, हथियार और विस्फोटक पहुंचाने के लिए पाकिस्तान स्थित आकाओं और कनाडा में बसे खालिस्तानी समर्थकों की मदद ले रहा है। यह संगठन भारत की आंतरिक सुरक्षा के लिए एक गंभीर खतरा बन चुका है।


कनाडा में खालिस्तानी नेटवर्क पर कार्रवाई

कनाडा में Project Pelican के तहत कार्रवाई

कनाडा में भी खालिस्तानी नेटवर्क के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई है। कनाडाई सुरक्षा एजेंसियों ने 'Project Pelican' नामक अभियान के तहत एक बड़े ड्रग और आतंकवादी नेटवर्क का भंडाफोड़ किया, जो भारत विरोधी गतिविधियों में संलग्न था।


भारत-कनाडा संबंधों में सुधार की संभावना

भारत-कनाडा संबंधों में नई मजबूती की उम्मीद

Project Pelican की कार्रवाई उस समय हुई है जब कनाडा के राष्ट्रपति मार्कोनी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को G7 समिट में शामिल होने का औपचारिक निमंत्रण भेजा है। यह माना जा रहा है कि खालिस्तानी गतिविधियों पर सख्ती भारत-कनाडा संबंधों में सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण संकेत है।


जांच की प्रगति

जांच जारी, और खुलासों की उम्मीद

NIA ने स्पष्ट किया है कि जांच अभी भी जारी है और जल्द ही और नाम सामने आ सकते हैं। एजेंसी का ध्यान अब BKI की फंडिंग चेन, प्रशिक्षण शिविर और विदेशी संपर्कों पर है। आने वाले दिनों में और छापेमारी की संभावना जताई गई है।


सरकार का कड़ा रुख

सरकार का सख्त रुख

केंद्र सरकार ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि आतंकवाद और देशविरोधी गतिविधियों को किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। NIA और अन्य एजेंसियों को खालिस्तानी संगठनों की हर गतिविधि पर कड़ी नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं।