NIA की बड़ी कार्रवाई: पहलगाम आतंकी हमले में दो स्थानीय मददगार गिरफ्तार

जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमले की जांच में प्रगति
नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए भयानक आतंकी हमले के संदर्भ में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को महत्वपूर्ण सफलता मिली है। इस मामले में दो स्थानीय व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है, जो हमलावरों को पनाह देने के आरोप में पकड़े गए हैं। दोनों आरोपी पहलगाम के निवासी हैं।
एनआईए ने अपने आधिकारिक बयान में बताया कि गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों में बटकोट निवासी परवेज अहमद जोथर और हिल पार्क निवासी बशीर अहमद जोथर शामिल हैं। जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि इन दोनों ने हमले को अंजाम देने वाले तीन सशस्त्र आतंकवादियों को जानबूझकर शरण दी थी, जो पाकिस्तानी नागरिक और लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के सदस्य थे।
हमले की योजना और तैयारी: एनआईए के अनुसार, हमले से पहले इन आतंकवादियों को हिल पार्क क्षेत्र में एक अस्थायी ढोक (झोपड़ी) में रहने, खाने और अन्य आवश्यकताओं की व्यवस्था की गई थी। यह आतंकवादी समूह 22 अप्रैल की दोपहर पर्यटकों पर हमला करने के इरादे से पहलगाम पहुंचा था। उन्होंने धार्मिक पहचान के आधार पर 26 निर्दोष पर्यटकों की हत्या कर दी और 16 अन्य को गंभीर रूप से घायल कर दिया। यह हमला पिछले एक दशक में नागरिकों पर किया गया सबसे भयानक आतंकी हमला माना जा रहा है, जिसने पूरे देश को हिला कर रख दिया।
एनआईए ने कहा कि गिरफ्तार आरोपियों की मदद से हमले में शामिल तीनों पाकिस्तानी आतंकवादियों की पहचान हो गई है। एजेंसी का मानना है कि इस जानकारी से हमले के पीछे की पूरी साजिश और नेटवर्क का खुलासा होने में मदद मिलेगी। एनआईए अब इस मामले में आतंकी मॉड्यूल से जुड़े अन्य लोगों की तलाश में जुटी है। एजेंसी का कहना है कि यह केवल एक शुरुआत है और जल्द ही हमले के मास्टरमाइंड तक पहुंचने की कोशिश की जाएगी।