PM मोदी ने आत्मनिर्भरता पर जोर दिया, कहा- निर्भरता है असली दुश्मन

मोदी का जनसभा में संबोधन
PM मोदी का भाषण: मोदी ने भावनगर में आयोजित जनसभा में कहा, 'दुनिया में हमारा कोई बड़ा दुश्मन नहीं है। असली दुश्मन हमारी दूसरे देशों पर निर्भरता है। यही सबसे बड़ा खतरा है, और हमें मिलकर इस निर्भरता के दुश्मन को हराना होगा।'
उन्होंने आत्मनिर्भरता की आवश्यकता पर जोर देते हुए इसे राष्ट्रीय गर्व और देश के भविष्य से जोड़ा। प्रधानमंत्री ने कहा, 'जितनी अधिक विदेशी निर्भरता होगी, राष्ट्र की विफलता उतनी ही बढ़ेगी। वैश्विक शांति, स्थिरता और समृद्धि के लिए, दुनिया की सबसे बड़ी जनसंख्या वाले देश को आत्मनिर्भर बनना आवश्यक है।'
एच-1बी वीजा पर चिंता
एच-1बी वीजा मामला
यह बयान भारत पर प्रभाव डालने वाली अमेरिकी नीतियों के संदर्भ में बढ़ती चिंताओं के बीच आया है। शुक्रवार को अमेरिकी राष्ट्रपति ने एच-1बी वीजा आवेदनों पर 1,00,000 डॉलर का शुल्क लगाने के प्रस्ताव पर हस्ताक्षर किए, जो 21 सितंबर से लागू होगा। भारत में एच-1बी वीजा धारकों की संख्या 71% है, जिससे इस पर सबसे अधिक प्रभाव पड़ने की आशंका है। इसके अलावा, अमेरिका द्वारा भारतीय आयातों पर लगाए गए 50% शुल्क से भी राहत नहीं मिली है।
गुजरात में मोदी ने 'आत्मनिर्भरता' की भावना को उजागर करते हुए कहा, 'अगर हम दूसरों पर निर्भर रहेंगे, तो हमारे आत्मसम्मान को ठेस पहुँचेगी। हम 1.4 अरब देशवासियों का भविष्य दूसरों पर नहीं छोड़ सकते।'
उन्होंने कहा कि भारत को अपने विकास के लिए दूसरों पर निर्भर नहीं रहना चाहिए और न ही आने वाली पीढ़ियों के भविष्य को खतरे में डालना चाहिए। उन्होंने आगे कहा, 'सौ दुखों की एक ही दवा है, और वह है आत्मनिर्भर भारत।'