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PM मोदी ने ट्रंप को दिया क्वाड सम्मेलन का न्यौता, जी-7 में नहीं हुई मुलाकात

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिका दौरे के निमंत्रण को अस्वीकार कर दिया है। इसके बजाय, उन्होंने ट्रंप को भारत में होने वाले क्वाड सम्मेलन के लिए आमंत्रित किया। दोनों नेताओं के बीच हुई फोन वार्ता में भारत की आतंकवाद के प्रति सख्त नीति, पाकिस्तान के साथ सैन्य कार्रवाई और ईरान-इस्राइल संघर्ष पर चर्चा हुई। मोदी ने स्पष्ट किया कि भारत कभी भी किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता को स्वीकार नहीं करेगा। जानिए इस महत्वपूर्ण बातचीत के सभी पहलुओं के बारे में।
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PM मोदी ने ट्रंप को दिया क्वाड सम्मेलन का न्यौता, जी-7 में नहीं हुई मुलाकात

मोदी ने ट्रंप के न्यौते को किया अस्वीकार

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिका दौरे के निमंत्रण को ठुकरा दिया है। ट्रंप ने यह निमंत्रण जी-7 सम्मेलन से लौटते समय कनाडा से दिया था, लेकिन पीएम मोदी ने अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम का हवाला देते हुए इसे अस्वीकार कर दिया। इसके बजाय, उन्होंने ट्रंप को इस वर्ष होने वाले क्वाड सम्मेलन के लिए भारत आने का निमंत्रण दिया, जिसे ट्रंप ने स्वीकार कर लिया।


मोदी और ट्रंप के बीच फोन पर हुई बातचीत

मंगलवार को दोनों नेताओं के बीच लगभग 35 मिनट तक फोन पर चर्चा हुई। इस बातचीत में पीएम मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर, पाकिस्तान पर भारत की कार्रवाई और आतंकवाद के प्रति भारत की सख्त नीति पर खुलकर चर्चा की। उन्होंने स्पष्ट किया कि अमेरिका के साथ किसी व्यापारिक समझौते की बात नहीं हुई है और न ही भारत-पाक के बीच किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता को स्वीकार किया जाएगा।


ट्रेड डील पर नहीं हुई चर्चा

विदेश सचिव विक्रम मिस्री के अनुसार, पीएम मोदी ने ट्रंप को बताया कि ऑपरेशन सिंदूर को पाकिस्तान के अनुरोध पर रोका गया था, न कि अमेरिका की किसी व्यापारिक डील या मध्यस्थता के कारण। उन्होंने यह भी कहा कि भारत कभी भी किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता को स्वीकार नहीं करेगा।


भारत की सैन्य ताकत का प्रदर्शन

फोन कॉल के दौरान, पीएम मोदी ने ट्रंप को बताया कि 9-10 मई की रात पाकिस्तान की ओर से हुई कार्रवाई के जवाब में भारत ने सख्त सैन्य प्रतिक्रिया दी। इससे पाकिस्तान को भारी नुकसान हुआ, उसके कई सैन्य ढांचे नष्ट हो गए और एयरबेस निष्क्रिय हो गए। इस दबाव में पाकिस्तान ने भारत से सैन्य कार्रवाई रोकने की गुहार लगाई।


आतंकवाद को युद्ध की तरह देखेगा भारत

पीएम मोदी ने ट्रंप से कहा, "अब भारत आतंकवाद को 'प्रॉक्सी वॉर' नहीं बल्कि एक सीधा युद्ध मानेगा।" उन्होंने स्पष्ट किया कि ऑपरेशन सिंदूर अभी भी पूरी तरह बंद नहीं हुआ है, यह जारी है।


गहन मुद्दों पर हुई चर्चा

इस बातचीत के दौरान, दोनों नेताओं ने ईरान-इस्राइल संघर्ष और रूस-यूक्रेन युद्ध पर भी चर्चा की। दोनों ने सहमति जताई कि रूस-यूक्रेन मुद्दे का समाधान केवल आपसी बातचीत से ही संभव है और इसके प्रयास लगातार जारी रहने चाहिए।


जी-7 में मुलाकात नहीं हो पाई

विदेश सचिव ने बताया कि ट्रंप और मोदी की जी-7 बैठक के दौरान मुलाकात तय थी, लेकिन ईरान-इस्राइल विवाद के कारण ट्रंप को बैठक छोड़नी पड़ी। इसके बाद उन्होंने खुद फोन कॉल करने का निर्णय लिया। फोन कॉल में मोदी ने बताया कि उन्होंने पहले ही देश को चेताया था कि यदि पाकिस्तान कोई बड़ी कार्रवाई करता है, तो भारत उससे भी बड़ी कार्रवाई करेगा।


गोलियों का जवाब गोले से

पीएम मोदी ने ट्रंप को बताया कि 6-7 मई की रात को भारत ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर और पाकिस्तान के अंदर मौजूद आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर हमला किया था। यह कार्रवाई "सटीक, संतुलित और गैर-उत्तेजक" थी। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की गोलियों का जवाब भारत ने "गोले" से दिया।


क्वाड सम्मेलन के लिए ट्रंप को न्यौता

पीएम मोदी ने ट्रंप को भारत में होने वाले आगामी क्वाड सम्मेलन के लिए आमंत्रित किया, जिसे अमेरिकी राष्ट्रपति ने खुशी-खुशी स्वीकार कर लिया और भारत आने की इच्छा जताई।