राज्य सभा की कार्यवाही सोमवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित
नई दिल्ली, 29 नवंबर (हि.स.)। शुक्रवार को भी विपक्ष का राज्यसभा में हंगामा जारी रहा। वे अडाणी मुद्दे पर स्थगन प्रस्ताव पेश करना चाहते थे। इस पर सभापति ने कड़ी नाराजगी जताई और कहा कि नियम 267 विनाश का हथियार बन गया है। इससे लोगों और देश को भारी नुकसान हो रहा है। इसके बाद सभापति जगदीप धनखड़ ने सदन की कार्यवाही सोमवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
सभापति ने कहा कि ये मुद्दे सप्ताह के दौरान बार-बार उठाए गए हैं। परिणामस्वरूप हमने पहले ही 3 कार्य दिवस खो दिए हैं। ये वे दिन थे, जो हमें सार्वजनिक हित के लिए समर्पित करने चाहिए थे। हमारे द्वारा ली गई शपथ का पालन करते हुए हमें अपने कर्तव्यों का निर्वहन करना चाहिए था।
समय का नुकसान, अवसर का नुकसान और विशेष रूप से प्रश्नकाल का न होना, लोगों को बहुत बड़ा झटका दे चुका है।
उन्होंने कहा कि नियम 267 को व्यवधान और हमारे सामान्य कार्य से विचलन के एक उपकरण के रूप में हथियार बनाया जा रहा है। यह स्वीकार्य नहीं है।
अत्यंत दुख व्यक्त करते हुए जगदीप धनखड़ ने कहा कि हम एक बहुत ही खराब उदाहरण पेश कर रहे हैं। हम इस देश के लोगों का अपमान कर रहे हैं। हम उनकी उम्मीदों पर खरे नहीं उतर रहे हैं।
हमारे कार्य जन-केंद्रित नहीं हैं। वे जनता की पूरी तरह से नापसंदगी के पात्र हैं। हम अप्रासंगिक होते जा रहे हैं, लोग हमारी हंसी उड़ा रहे हैं। हम व्यावहारिक रूप से हंसी का पात्र बन गए हैं।
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हिन्दुस्थान समाचार / विजयालक्ष्मी