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SCO बैठक में NSA अजीत डोभाल ने आतंकवाद के खिलाफ चीन के रवैये पर उठाए सवाल

राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की बैठक में चीन में आतंकवाद के खिलाफ उठाए गए मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने चीन के दोहरे रवैये की आलोचना करते हुए पाकिस्तान-समर्थित आतंकवाद के खिलाफ ठोस कार्रवाई की आवश्यकता पर जोर दिया। डोभाल ने सीमा पार आतंकवाद के अपराधियों को जिम्मेदार ठहराने की बात की और संयुक्त सूचना अभियान चलाने का सुझाव दिया। उनका यह बयान आतंकवाद, अलगाववाद और उग्रवाद के खिलाफ एकजुटता की आवश्यकता को दर्शाता है।
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SCO बैठक में NSA अजीत डोभाल ने आतंकवाद के खिलाफ चीन के रवैये पर उठाए सवाल

डोभाल का चीन दौरा और आतंकवाद पर चेतावनी

राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल वर्तमान में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की बैठक में भाग लेने के लिए चीन में हैं। उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ चीन के 'दोहरे रवैये' पर गंभीर चिंता व्यक्त की है। डोभाल ने पाकिस्तान-समर्थित आतंकवाद के संदर्भ में कहा कि सीमा पार आतंकवाद सहित सभी प्रकार के आतंकवादी कृत्य मानवता के खिलाफ अपराध माने जाने चाहिए। उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में किसी भी प्रकार के द्वैध व्यवहार को समाप्त करने की आवश्यकता पर जोर दिया, विशेषकर चीन के मित्र पाकिस्तान की आतंकवादी गतिविधियों के प्रति चीन की उदासीनता को लेकर।


डोभाल की आतंकवाद पर प्रतिक्रिया

डोभाल ने SCO शिखर सम्मेलन में सीमा पार आतंकवाद के अपराधियों, उनके आयोजकों और वित्तपोषकों को जिम्मेदार ठहराने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि भारत लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद, अलकायदा, ISIS और अन्य संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों से उत्पन्न खतरों को लेकर गहरी चिंतित है।


उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर का उल्लेख किया, जो पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद शुरू किया गया था, जिसमें लश्कर-ए-तैयबा के एक छद्म संगठन टीआरएफ ने 26 भारतीय और एक नेपाली नागरिक की हत्या की थी। डोभाल ने बताया कि इस ऑपरेशन का उद्देश्य आतंकवादी ढांचे को समाप्त कर आतंकवादियों को हमले से रोकना था। उन्होंने इसे 'नपी-तुली और गैर-उकसावे वाली' कार्रवाई बताया।


संयुक्त सूचना अभियान की आवश्यकता

डोभाल ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में दोहरे मापदंडों को त्यागने और संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित आतंकवादी समूहों, विशेषकर लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने इन संगठनों के आतंकवादी नेटवर्क और आधार को पूरी तरह से समाप्त करने का आह्वान किया।


राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने कहा कि सीमा पार आतंकवादी गतिविधियां मानवता के खिलाफ अपराध हैं और SCO के सभी सदस्य देशों को आतंकवादियों, उनके समर्थकों और प्रायोजकों को न्याय के दायरे में लाने में सहयोग करना चाहिए। इसके साथ ही, उन्होंने आतंकवाद, अलगाववाद और उग्रवाद के खिलाफ 'संयुक्त सूचना अभियान' चलाने की भी वकालत की।