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SEBI ने जेन स्ट्रीट पर लगाया प्रतिबंध, ₹4,843 करोड़ की अवैध कमाई की मांग

भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) ने जेन स्ट्रीट, एक प्रमुख क्वांटिटेटिव ट्रेडिंग फर्म, के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है। कंपनी पर ₹4,843 करोड़ की अवैध कमाई वापस करने का आदेश दिया गया है। SEBI ने आरोप लगाया है कि जेन स्ट्रीट ने भारतीय बाजार में हेरफेर किया है, जिससे रिटेल निवेशकों को नुकसान हुआ। जानें इस मामले की पूरी जानकारी और SEBI के कड़े कदमों के बारे में।
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SEBI ने जेन स्ट्रीट पर लगाया प्रतिबंध, ₹4,843 करोड़ की अवैध कमाई की मांग

SEBI का कड़ा कदम

भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) ने जेन स्ट्रीट, जो कि दुनिया की प्रमुख क्वांटिटेटिव ट्रेडिंग कंपनियों में से एक है, के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है। इस अमेरिकी फर्म और इसकी सहयोगी कंपनियों को भारतीय प्रतिभूति बाजार से प्रतिबंधित कर दिया गया है और ₹4,843 करोड़ की कथित अवैध कमाई वापस करने का आदेश दिया गया है। जेन स्ट्रीट ने इन आरोपों को नकारा है.


जेन स्ट्रीट का परिचय

जेन स्ट्रीट की स्थापना 2000 में हुई थी और यह एक वैश्विक प्रोप्राइटरी ट्रेडिंग फर्म है, जिसमें 3,000 से अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं। यह अमेरिका, यूरोप और एशिया में सक्रिय है, और विशेष रूप से हॉन्गकॉन्ग में इसका विस्तार तेजी से हो रहा है। पिछले वर्ष, इसकी वार्षिक आय $20.5 बिलियन रही थी।


भारत में जेन स्ट्रीट की गतिविधियाँ

SEBI के अनुसार, जनवरी 2023 से मार्च 2025 के बीच जेन स्ट्रीट ने इंडेक्स ऑप्शंस ट्रेडिंग के माध्यम से लगभग $5 बिलियन (₹36,671 करोड़) की कमाई की। इसमें से ₹4,843 करोड़ को अवैध लाभ के रूप में देखा गया है। 2023 में, कंपनी ने एक अन्य हेज फंड, मिलेनियम मैनेजमेंट, के खिलाफ अमेरिकी अदालत में मुकदमा दायर किया था, जिससे भारत में इसकी लाभकारी ट्रेडिंग रणनीति का खुलासा हुआ।


SEBI की जांच के निष्कर्ष

SEBI के अंतरिम आदेश में गंभीर आरोप लगाए गए हैं। जेन स्ट्रीट पर जनवरी 2023 से मई 2025 के बीच 21 एक्सपायरी दिनों में निफ्टी और बैंक निफ्टी इंडेक्स में हेरफेर करने का आरोप है।


सुबह के समय, जेन स्ट्रीट ने बैंक निफ्टी स्टॉक्स और फ्यूचर्स की भारी खरीदारी की, जिससे इंडेक्स ऊपर गया, और फिर दोपहर में इन्हें बेचकर इंडेक्स को नीचे लाया।


समाप्ति दिनों के अंतिम घंटों में बड़े पैमाने पर ट्रेड्स किए गए, जिससे इंडेक्स की समापन कीमत प्रभावित हुई।


SEBI के अनुसार, इन रणनीतियों ने बाजार में गलत धारणा बनाई, जिससे रिटेल निवेशकों को नुकसान हुआ। कंपनी ने ₹44,358 करोड़ इंडेक्स ऑप्शंस से कमाए, जबकि अन्य ट्रेडिंग में नुकसान हुआ। कुल मिलाकर ₹36,671 करोड़ का शुद्ध लाभ हुआ, जिसमें से ₹4,843 करोड़ अवैध माना गया।


SEBI का सख्त रुख

SEBI ने जेन स्ट्रीट से संबंधित चार इकाइयों पर प्रतिबंध लगाया है, जिनमें JSI इन्वेस्टमेंट्स, JSI2 इन्वेस्टमेंट्स प्राइवेट लिमिटेड, जेन स्ट्रीट सिंगापुर प्राइवेट लिमिटेड, और जेन स्ट्रीट एशिया ट्रेडिंग शामिल हैं। इनके बैंक खातों पर डेबिट फ्रीज कर दिया गया है। SEBI ने कहा, "ऐसा घोर व्यवहार, NSE द्वारा फरवरी 2025 में जारी स्पष्ट चेतावनी की अवहेलना में, यह दर्शाता है कि JS ग्रुप एक भरोसेमंद बाजार भागीदार नहीं है।"