श्रीशैलम सुरंग हादसा : रेस्क्यू ऑपरेशन में 'रैट-होल माइनर्स' की एंट्री, नौसेना टीम भी मौके पर मौजूद
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हैदराबाद, 23 फरवरी (हि.स.)। तेलंगाना के नागरकुरनूल जिले के अमराबाद मंडल स्थित डोमलपेंटा गांव के पास श्रीशैलम लेफ्ट बैंक कैनाल (एसएलबीसी) की निर्माणाधीन सुरंग में फंसे आठ श्रमिकों को बचाने के प्रयास लगातार जारी हैं। हादसे के दो दिन बाद भी मजदूरों तक पहुंच न बनने से चिंता बढ़ती जा रही है। राहत और बचाव कार्य को तेज करने के लिए प्रशासन ने उत्तराखंड के 'रैट-होल माइनर्स' की टीम को अभियान में शामिल किया है, जो इससे पहले उत्तरकाशी में सुरंग ढहने की घटना में श्रमिकों को सुरक्षित निकालने में सफल रही थी।
'रैट-होल माइनर्स' टीम संकरी और सीमित जगहों में काम करने की अपनी विशेषज्ञता के लिए जानी जाती है। प्रशासन को उम्मीद है कि वे सुरंग के अंदर फंसे मजदूरों तक पहुंचने में मदद कर सकते हैं। हालांकि, सुरंग में पानी और कीचड़ भरने के कारण अभी टीम को अंदर जाने की अनुमति नहीं दी गई है। अधिकारियों ने आशंका जताई है कि अगर पानी का स्तर और बढ़ा तो बचाव कार्य और कठिन हो सकता है।
सोमवार को भारतीय नौसेना की विशेष टीम भी घटनास्थल पर पहुंची, लेकिन अब तक सुरंग में प्रवेश नहीं कर पाई है। आपदा प्रबंधन के विशेष मुख्य सचिव अरविंद कुमार समेत वरिष्ठ अधिकारी बचाव कार्य की निगरानी कर रहे हैं।
यह हादसा सुरंग निर्माण में सुरक्षा मानकों की अनदेखी को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसी घटनाओं से बचने के लिए उन्नत तकनीकों और मजबूत सुरक्षा उपायों को अपनाने की जरूरत है। स्थानीय लोग और मजदूरों के परिजन सरकार से इस घटना की गहन जांच और भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने की मांग कर रहे हैं। वहीं, प्रशासन का कहना है कि बचाव कार्य में किसी भी तरह की देरी न हो, इसके लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं।
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हिन्दुस्थान समाचार / नागराज राव