बुंदेलखंड में मौनियों का 36 घंटे निर्जला व्रत सोमवार से होगा शुरू


नंगे पैर रहेंगे मौनिया, नदी सरोवरों में स्नान के साथ मोर पंखों को कराएंगे स्नान
हमीरपुर, 19 अक्टूबर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले मे दीपावली पर्व सोमवार को मनाया जाएगा। सोमवार से मंगलवार तक मौन चराने वाले मौनियों का निर्जला व्रत शुरू होगा। मंगलवार की शाम गोपूजन के बाद उनके व्रत का पारण होगा। इस तरह मौनिया 36 घंटे का कठिन व्रत रखकर भगवान श्रीकृष्ण की आराधना करेंगे।
मौन चराने वाले मौनिया अमावस्या की सुबह से व्रत रखकर नंगे पैर रहेंगे। नदी सरोवरों में स्नान के साथ मोर पंखों को भी स्नान कराएंगे। शाम को घरों में बनाए जाने वाले गोवर्धन की पूजा करेंगे। इसके बाद मंगलवार को सुबह गोवर्धन पूजन करने के उपरांत घरों से निकलकर गांव कस्बों की रहुनिया में एकत्र होकर गोपूजन करके मौन धारण करते है।
गांव के मठ मंदिरों में नंगे पैर जाकर पूजन अर्चन करके शाम को वापस आकर रहुनिया में विधि विधान के साथ गोपूजन करके श्री कृष्ण भगवान का जयकारा लगाकर व्रत समाप्त करेंगे। इसके बाद माताएं बहनें उनकी आरती उतार कर तिलक करके मुंह मीठा कराकर व्रत का पारण कराएंगे। इसके बाद यह ग्रामीणों को प्रसाद बांटते हुए वापस घरों को लौटेंगे। यह परंपरा बुंदेलखंड में सदियों से विद्यमान है। जिसका निर्वहन आज भी लोग श्रद्धा के साथ कर रहे हैं।
आचार्य पंडित उमादत्त शुक्ला, पंडित बृजकिशोर पाठक, पंडित विनीत शुक्ला आदि ने बताते हैं कि लोगों में भगवान श्रीकृष्ण की भक्ति में अगाध आस्था है। उन्हीं की भक्ति के लिए 14 वर्ष मौन व्रत किया जाता है। 13 वर्ष यह लोग गांवों कस्बों में रहकर मौन चराते हैं। अंतिम वर्ष मथुरा वृंदावन जाकर अपने व्रत का समापन करते हैं। इस दौरान व्रती मांस मदिरा से दूर रहकर बगैर स्नान के भोजन नहीं ग्रहण करता है। इस कठिन व्रत को आज भी पूरी श्रद्धा एवं उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस व्रत में युवाओं की संख्या अधिक रहती है।
आचार्यगणों ने बताया कि इस वर्ष अमावस्या तिथि सोमवार को दोपहर 2:30 बजे शुरू हो रही है। इस वजह से मंगलवार को प्रतिपदा नहीं, बल्कि स्नान दान की अमावस्या है। इस लिहाज से मौन चराने वालों को सोमवार की बजाय मंगलवार को व्रत रखकर बुधवार को प्रतिपदा में मौन चराना शुभ रहेगा।
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हिन्दुस्थान समाचार / पंकज मिश्रा