TMC नेताओं के बीच विवाद: कोलकाता रेप केस पर गरमाई सियासत

TMC नेताओं में टकराव
कोलकाता के लॉ कॉलेज में एक छात्रा के साथ हुए दुष्कर्म के मामले ने पश्चिम बंगाल की राजनीति में हलचल मचा दी है। इस मामले में आरोपी मोनोजीत का तृणमूल कांग्रेस (TMC) से संबंध होने के कारण पार्टी विपक्ष के निशाने पर आ गई है। इस घटना ने TMC के अंदरूनी मतभेदों को भी उजागर किया है, जहां पार्टी के नेता एक-दूसरे से भिड़ रहे हैं। पहले TMC सांसद कल्याण बनर्जी ने इस पर टिप्पणी की, जिसके बाद विधायक मदन मित्रा ने भी विवादास्पद बयान दिया।
महुआ मोइत्रा की प्रतिक्रिया
महुआ मोइत्रा ने दोनों नेताओं की टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि महिलाओं के खिलाफ घृणित टिप्पणियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने ट्वीट किया कि चाहे टिप्पणी किसी ने की हो, वह निंदनीय है। यह बात किसी भी पार्टी के नेता द्वारा की गई हो, महिलाओं के प्रति घृणा और अपमानजनक बातें अस्वीकार्य हैं।
पार्टी में बढ़ती असहमति
कुछ महीने पहले, दिल्ली में भी TMC सांसदों के बीच टकराव हुआ था, जिसे पूरे देश ने देखा। पार्टी के उच्च नेतृत्व और ममता बनर्जी इस तरह के विवादों से नाखुश हैं, खासकर जब अगले साल पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। ममता बनर्जी एक बार फिर सत्ता में लौटने की कोशिश कर रही हैं।
कल्याण बनर्जी और मदन मित्रा के बयान
कोलकाता रेप केस पर टिप्पणी करते हुए सांसद कल्याण बनर्जी ने कहा कि अगर एक दोस्त अपनी दोस्त के साथ दुष्कर्म करता है, तो लड़की की सुरक्षा कैसे सुनिश्चित की जा सकती है? क्या स्कूलों और कॉलेजों में पुलिस तैनात की जाएगी? उनकी इस टिप्पणी को पीड़िता को दोषी ठहराने वाला माना गया। वहीं, विधायक मदन मित्रा ने कहा कि इस घटना ने लड़कियों को यह संदेश दिया है कि कॉलेज के बाद किसी दोस्त के बुलाने पर नहीं जाना चाहिए।