UPI उपयोगकर्ताओं के लिए महत्वपूर्ण बदलाव: बैंक बैलेंस चेकिंग में नई सीमाएं

डिजिटल पेमेंट ऐप्स का उपयोग
UPI उपयोगकर्ताओं के लिए चेतावनी: डिजिटल भुगतान ऐप्स के माध्यम से विभिन्न लेनदेन को कहीं से भी आसानी से किया जा सकता है। गूगल पे (Google Pay), भीम (BHIM), फोनपे (PhonePe), और पेटीएम (Paytm) जैसे ऐप्स यूपीआई के जरिए लेनदेन करते हैं। भारत में इनका व्यापक उपयोग होता है, न केवल भुगतान के लिए, बल्कि बैंक बैलेंस की जांच करने के लिए भी UPI ऐप्स का सहारा लिया जाता है। हाल ही में यूपीआई से जुड़े नियमों में बदलाव होने से कुछ उपयोगकर्ताओं पर असर पड़ सकता है।
नए नियमों की शुरुआत
वास्तव में, नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) द्वारा यूपीआई सिस्टम से संबंधित नियमों में 1 अगस्त से बदलाव किया जाएगा। इसका मुख्य उद्देश्य UPI सिस्टम पर लोड को कम करना है। इसके साथ ही, हैकिंग और धोखाधड़ी से सुरक्षा के लिए भी NPCI द्वारा नए नियम लागू किए जाते हैं।
31 जुलाई तक बैलेंस चेक करना आसान
31 जुलाई तक बैंक बैलेंस चेक करना आसान
NPCI के अनुसार, 1 अगस्त से एप्लीकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफेस (API) के उपयोग के लिए नए नियम लागू होंगे। इससे यूपीआई उपयोगकर्ताओं का अनुभव थोड़ा बदल सकता है। 31 जुलाई तक, उपयोगकर्ता कितनी बार भी बैंक बैलेंस की जांच कर सकते हैं, लेकिन 1 अगस्त से नए नियम लागू होने पर, बैलेंस चेक करने की संख्या पर सीमा लगाई जाएगी।
बैलेंस चेकिंग की नई सीमाएं
1 अगस्त से कितनी बार चेक कर सकेंगे बैलेंस?
NPCI के नए नियमों के अनुसार, यूपीआई ऐप पर उपयोगकर्ता प्रतिदिन केवल 50 बार बैंक बैलेंस की जांच कर सकेंगे। इसके अलावा, बैंक खाते से जुड़े मोबाइल नंबर की जानकारी 25 बार से अधिक नहीं देखी जा सकेगी।
ऑटो पेमेंट्स में बदलाव
Auto Payments से जुड़े बदलाव
यूपीआई के नए नियमों के अनुसार, ऑटो पेमेंट्स एक निश्चित समय पर ही की जा सकेंगी। यदि आप यूपीआई ऐप से भुगतान करना चाहते हैं, तो ओटीटी या अन्य सब्सक्रिप्शन के लिए ऑनलाइन ऑटो पेमेंट्स केवल नॉन-पीक ऑवर्स में किए जा सकेंगे। यह समय सुबह 10 बजे से पहले, दोपहर 1 से 5 बजे तक, और रात 9:30 बजे के बाद होगा।
NPCI ने सभी बैंकों और भुगतान सेवा प्रदाताओं को इन नियमों को लागू करने के लिए निर्देशित किया है। 31 जुलाई तक इन नियमों को लागू कर दिया जाएगा, जिसका मुख्य उद्देश्य UPI सिस्टम पर लोड को कम करना है।