UPI पेमेंट चार्जेस पर RBI का स्पष्टीकरण: जानें क्या है सच

UPI पेमेंट चार्जेस अपडेट
दिल्ली: UPI के माध्यम से डिजिटल लेनदेन की लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के हालिया आंकड़ों के अनुसार, अगस्त 2025 में UPI ने 20 अरब लेनदेन किए, जो पिछले वर्ष की तुलना में 34% की वृद्धि दर्शाता है।
क्या UPI पर चार्ज लगेगा?
RBI के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्पष्ट किया कि UPI लेनदेन पर चार्ज लगाने का कोई प्रस्ताव नहीं है।
हालांकि, उन्होंने यह भी बताया कि UPI लेनदेन में लागत शामिल होती है, और यह खर्च किसी न किसी को उठाना पड़ता है। पहले भी उन्होंने कहा था, “मैंने कभी नहीं कहा कि UPI हमेशा मुफ्त रहेगा। लागत का भुगतान आवश्यक है, लेकिन यह तय करना बाकी है कि यह कौन करेगा। मॉडल की स्थिरता के लिए यह महत्वपूर्ण है।”
मोबाइल फोन लॉकिंग का प्रस्ताव
RBI एक नए प्रस्ताव पर विचार कर रहा है, जिसके तहत क्रेडिट पर खरीदे गए मोबाइल फोन को EMI न चुकाने पर दूर से लॉक करने की अनुमति दी जा सकती है। डिप्टी गवर्नर एम. राजेश्वर राव ने कहा, “डिजिटल लॉकिंग का मुद्दा विचाराधीन है। इसमें ग्राहक के अधिकार, डेटा गोपनीयता और ऋणदाताओं की आवश्यकताओं के बीच संतुलन बनाना होगा। हम इसका अध्ययन कर रहे हैं और उचित समय पर निर्णय लेंगे।”
UPI और मोबाइल लॉकिंग पर सवाल-जवाब
क्या UPI पर चार्ज लगेगा?
RBI गवर्नर ने स्पष्ट किया कि अभी ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं है।
UPI लेनदेन पर लागत का क्या?
गवर्नर ने कहा कि लागत तो आती है, लेकिन इसका भुगतान कौन करेगा, यह तय होना बाकी है।
अगस्त 2025 में UPI का प्रदर्शन?
20 अरब लेनदेन हुए, जो पिछले साल से 34% ज्यादा है।
मोबाइल लॉकिंग का प्रस्ताव क्या है?
EMI न चुकाने पर क्रेडिट से खरीदे गए फोन को दूर से लॉक करने की अनुमति।
RBI का रुख क्या है?
डिजिटल लॉकिंग पर अध्ययन चल रहा है, ग्राहक अधिकार और गोपनीयता को ध्यान में रखकर निर्णय लिया जाएगा।
लॉकिंग पर कब होगा निर्णय?
RBI इसका अध्ययन कर रहा है, निर्णय बाद में लिया जाएगा।