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Uttarakhand में बिना अनुमति जुलूस: पुलिस पर हमला और हिरासत में लिए गए लोग

उत्तराखंड के काशीपुर में रविवार रात एक विवादास्पद जुलूस निकाला गया, जिसमें प्रदर्शनकारियों ने 'आई लव मोहम्मद' के नारे लगाए। प्रशासन की अनुमति के बिना निकाले गए इस जुलूस को रोकने के प्रयास में पुलिस पर हमला हुआ, जिससे स्थिति बिगड़ गई। पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में लिया और मामले की जांच शुरू कर दी है। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि अराजकता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जानें इस घटना के पीछे की पूरी कहानी और प्रशासन के कदम।
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Uttarakhand में बिना अनुमति जुलूस: पुलिस पर हमला और हिरासत में लिए गए लोग

उत्तराखंड में विवादास्पद जुलूस

Uttarakhand News: उत्तराखंड के उधमसिंह नगर जिले के काशीपुर में रविवार रात एक गंभीर घटना घटी। कुछ लोग प्रशासन की अनुमति के बिना 'आई लव मोहम्मद' के नारे लगाते हुए सड़क पर जुलूस निकाल रहे थे। जब पुलिस ने इस जुलूस को रोकने का प्रयास किया, तो भीड़ ने पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया और 112 नंबर की पुलिस गाड़ी पर पथराव कर उसके शीशे तोड़ दिए। इस घटना के बाद पुलिस ने कुछ व्यक्तियों को हिरासत में लिया और मामले की जांच शुरू कर दी है। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि अराजकता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और इस मामले में कठोर कार्रवाई की जाएगी। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि वे घटना के कारणों की जांच कर रहे हैं और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे.


अनुमति के बिना जुलूस का आयोजन

रविवार रात लगभग 10 बजे काशीपुर के अल्ली खां क्षेत्र में एक समूह ने 'आई लव मोहम्मद' के नारे लगाते हुए सड़क पर जुलूस निकाला। इस जुलूस के लिए प्रशासन से कोई अनुमति नहीं ली गई थी। जब पुलिस को इस बारे में सूचना मिली, तो वे तुरंत मौके पर पहुंच गए.


पुलिस पर हमले की घटना

जुलूस को रोकने के प्रयास के दौरान प्रदर्शनकारी पुलिसकर्मियों से भिड़ गए और उनके साथ मारपीट करने लगे। भीड़ ने पुलिस की 112 गाड़ी पर पथराव किया, जिससे गाड़ी के शीशे टूट गए। किसी तरह पुलिसकर्मी गाड़ी को सुरक्षित स्थान पर ले जाने में सफल रहे.


हिरासत में लिए गए प्रदर्शनकारी

पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया और लगभग छह लोगों को हिरासत में लिया। एसपी अभय प्रताप सिंह ने बताया कि घटना की पूरी जांच की जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि शहर में अराजकता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.