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VHP ने गरबा कार्यक्रमों के लिए सख्त नियम लागू किए

विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने नवरात्रि के दौरान आयोजित गरबा कार्यक्रमों के लिए नए नियम लागू किए हैं, जिसमें गैर हिंदुओं का प्रवेश प्रतिबंधित किया गया है। इस निर्णय का उद्देश्य 'लव जिहाद' को रोकना बताया गया है। VHP के प्रवक्ता ने कहा कि गरबा केवल एक नृत्य नहीं, बल्कि देवी की पूजा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसके साथ ही, प्रतिभागियों के लिए आधार कार्ड और तिलक अनिवार्य किया गया है। जानें इस फैसले के पीछे के तर्क और VHP की निगरानी प्रक्रिया के बारे में।
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VHP ने गरबा कार्यक्रमों के लिए सख्त नियम लागू किए

VHP द्वारा गरबा कार्यक्रमों के लिए नए नियम

VHP की गरबा कार्यक्रमों पर नई गाइडलाइंस: विश्व हिंदू परिषद ने नवरात्रि के दौरान आयोजित होने वाले गरबा आयोजनों में भाग लेने के लिए कड़े नियम लागू किए हैं। संगठन के अनुसार, गैर हिंदू व्यक्तियों को इन कार्यक्रमों में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। इसके अलावा, आधार कार्ड के बिना किसी को भी प्रवेश नहीं मिलेगा और माथे पर तिलक लगाना अनिवार्य होगा।


इस निर्णय के पीछे VHP का तर्क है कि यह उपाय 'लव जिहाद' को रोकने के लिए किया जा रहा है। संगठन का मानना है कि कुछ दक्षिणपंथी समूह हिंदू महिलाओं के धर्म परिवर्तन के प्रयासों का आरोप लगाते हैं।


सख्त नियमों का पालन आवश्यक

विहिप के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रीराज नायर ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि गरबा केवल एक नृत्य नहीं है, बल्कि देवी की पूजा का एक तरीका है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जो लोग मूर्ति पूजा में विश्वास नहीं रखते, उन्हें इस पूजा में भाग लेने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए, ताकि किसी की भावनाओं को ठेस न पहुंचे। उन्होंने बताया कि गरबा आयोजकों को निर्देश दिया गया है कि वे प्रवेश बिंदुओं पर आधार कार्ड की जांच करें, प्रतिभागियों को तिलक लगवाएं और पूजा से पहले सुनिश्चित करें कि सभी अनुष्ठानों का पालन हो।


VHP और बजरंग दल की निगरानी

नायर ने बताया कि VHP और बजरंग दल के कार्यकर्ता इन नियमों की निगरानी करेंगे। उन्होंने कहा कि गरबा एक पूजा का हिस्सा है, न कि केवल मनोरंजन का साधन। ऐसे में जिनकी देवी में आस्था नहीं है, उन्हें इन आयोजनों में शामिल नहीं होना चाहिए। विहिप विदर्भ महासचिव प्रशांत तित्रे ने यह भी कहा कि प्रतिभागियों पर गौमूत्र छिड़का जाएगा। इसके अलावा, विहिप के विदर्भ प्रांत संयोजक नवीन जैन ने कहा कि गरबा कार्यक्रमों में किसी भी प्रकार के नशे या धूम्रपान की अनुमति नहीं होनी चाहिए। उन्होंने यह भी बताया कि पिछले कुछ वर्षों में हिंदू लड़कियों को लव जिहाद का शिकार बनाया गया है, इसलिए आयोजकों से अपील की गई है कि वे ऐसे लोगों को अनुमति न दें।