Newzfatafatlogo

अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव: नई पहलों के साथ वैश्विक स्तर पर मनाया जाएगा

इस वर्ष का अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव कुरुक्षेत्र में कई नई पहलों के साथ मनाया जाएगा। महोत्सव के दौरान दिव्य गीता ज्योत प्रज्वलित की जाएगी और इसे वैश्विक स्तर पर प्रचारित किया जाएगा। 52 देशों में महोत्सव का प्रदर्शन होगा, जिसमें विशेष प्रदर्शनी भी शामिल है। 24 नवंबर से 1 दिसंबर तक चलने वाले इस महोत्सव में देश-विदेश के कलाकार और विद्वान शामिल होंगे।
 | 
अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव: नई पहलों के साथ वैश्विक स्तर पर मनाया जाएगा

कुरुक्षेत्र में विशेष गीता महोत्सव

कुरुक्षेत्र (गीता महोत्सव)। इस वर्ष का अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव कई दृष्टियों से विशेष होने जा रहा है। इसके लिए कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड, राज्य सरकार और विदेश मंत्रालय ने कई नई योजनाएं बनाई हैं। इस बार महोत्सव के दौरान दिव्य गीता ज्योत प्रज्वलित की जाएगी, जो पवित्र ब्रह्मसरोवर तट पर स्थापित की जाएगी। इसके अलावा, महोत्सव की धूम दुनिया के विभिन्न कोनों तक पहुंचेगी। विदेशों से आने वाले आगंतुकों को एयरपोर्ट पर ही महोत्सव का अनुभव होगा।


Gita Mahotsav का वैश्विक प्रचार

Gita Mahotsav को दुनिया तक पहुंचाया जाएगा


देश के प्रमुख एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशनों पर महोत्सव का प्रचार किया जाएगा। इसके साथ ही, सोशल मीडिया के माध्यम से भी महोत्सव की जानकारी विश्व स्तर पर साझा की जाएगी। इस विशेष प्रचार के लिए 40 अलग-अलग डिज़ाइन तैयार किए गए हैं।


विदेश मंत्रालय की पहल के तहत, महोत्सव को 52 देशों में प्रदर्शित किया जाएगा। पवित्र ब्रह्मसरोवर तट पर सात देशों की विशेष प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी, जिसमें उनकी शिल्प कला और संस्कृति का प्रदर्शन होगा।


मुख्य मंच पर कलाकारों का धमाल

पुरुषोत्तमपुरा बाग में मुख्य मंच पर मचेगा धमाल


महोत्सव के मुख्य कार्यक्रम 24 नवंबर से शुरू होंगे और 1 दिसंबर तक चलेंगे। इसके लिए ब्रह्मसरोवर के पुरुषोत्तमपुरा बाग में एक मुख्य मंच तैयार किया गया है, जहां देश-विदेश के कलाकार अपनी प्रस्तुतियां देंगे। संत सम्मेलन में भी देशभर के संत महात्मा विचार-विमर्श करेंगे।


देश के प्रसिद्ध कलाकारों को आमंत्रित करने की जिम्मेदारी उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक कला केंद्र पटियाला और हरियाणा कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग को दी गई है। ये विभाग 24 नवंबर से 1 दिसंबर तक चलने वाले कार्यक्रमों में प्रस्तुतियां देंगे।


इसके अलावा, 15 देशों के 25 विद्वान भी कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में होने वाले अंतरराष्ट्रीय गीता सम्मेलन में भाग लेने के लिए आ रहे हैं। त्रिनिदाद और टोबैगो से 20 प्रमुख ब्राह्मण भी महोत्सव में शामिल होंगे। 60 से अधिक विदेशी भाषाओं में प्रकाशित गीता भी प्रदर्शित की जाएगी।