अखिलेश यादव का बयान: ABVP कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज को लेकर उठे सवाल

लाठीचार्ज पर अखिलेश यादव की प्रतिक्रिया
लखनऊ। बाराबंकी के श्री रामस्वरूप मेमोरियल यूनिवर्सिटी में ABVP कार्यकर्ताओं और LLB छात्रों पर हुए लाठीचार्ज के मामले में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपनी बात रखी है। उन्होंने कहा कि छात्र यह सवाल कर रहे हैं कि ‘मुख्य’ पिटवा रहे हैं और ‘उप’ पिटों का हाल पूछने आ रहे हैं। इस पर छात्र आपस में चर्चा कर रहे हैं कि ‘या तो दोनों मिले हैं या भिड़े हैं।’
अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि भाजपा के लोग इसी तरह से लोगों को बहलाते हैं। पहले वे आपसी झगड़े में खुद ही लोगों को पीटते हैं, फिर दिखावटी माफी मांगने के लिए कान में फुसफुसाते हैं। इसके बाद ‘हड्डी तक पहुंची’ चोटों पर बातों का ‘बाहरी-ऊपरी’ मलहम लगाते हैं। छात्र फिर से पूछ रहे हैं कि ‘मुख्य’ पिटवा रहे हैं, ‘उप’ पिटों का हाल पूछने आ रहे हैं। आखिर यह मामला क्या है? छात्र आपस में बुदबुदा रहे हैं कि ‘या तो दोनों मिले हैं या भिड़े हैं।’
उन्होंने आगे कहा कि जानकारों का मानना है कि यह दरअसल सत्ताधारियों के बीच अपनी ताकत साबित करने की एक अंदरूनी लड़ाई है। यह ‘परिषद’ बनाम ‘वाहिनी’ के दो पक्षों के बीच पिसने और पीटने का मामला है। इस ऐतिहासिक पिटाई और घर-घर तक पहुंच चुके ‘घनघोर पिटाई के वीडियो’ के बाद छात्र सोच रहे हैं कि अब वे किस मुंह से कहेंगे कि वे सत्ताधारी लोगों के खेमे के हैं। इस पिटाई ने उनकी आंखें खोल दी हैं और अब वे भी कह रहे हैं कि यह सच है कि ‘भाजपा किसी की सगी नहीं है।’ अखिलेश यादव ने सरकार से घायलों का उचित इलाज कराने और 1-1 लाख रुपये का मुआवजा देने की मांग की।