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अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर किया तीखा हमला, गन्ना मूल्य और स्वास्थ्य सेवाओं पर उठाए सवाल

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने गन्ना मूल्य में वृद्धि, स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति और महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल उठाए। प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने सरकार की नीतियों की आलोचना की और किसानों की समस्याओं को उजागर किया। इस दौरान उन्होंने भाजपा की साम्प्रदायिकता और भ्रष्टाचार के मुद्दों पर भी चर्चा की। जानें पूरी खबर में क्या कहा अखिलेश यादव ने।
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अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर किया तीखा हमला, गन्ना मूल्य और स्वास्थ्य सेवाओं पर उठाए सवाल

अखिलेश यादव का प्रेस कॉन्फ्रेंस

लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शुक्रवार को पार्टी मुख्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में योगी सरकार पर कड़ा प्रहार किया। उन्होंने घोषणा की कि यदि उनकी पार्टी सत्ता में आती है, तो सरदार पटेल के नाम पर एक विश्वविद्यालय की स्थापना की जाएगी। गन्ना मूल्य में हालिया वृद्धि पर उन्होंने कहा कि सरकार ने केवल ₹30 प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की है और इसे अंग्रेजी अखबारों में विज्ञापित किया है, जो किसानों के लिए समझना मुश्किल है।


किसानों की समस्याएं और भ्रष्टाचार के आरोप

अखिलेश यादव ने कहा कि बहराइच की गन्ना मिल बंद हो गई है और कई जिम्मेदार लोग किसानों का पैसा लेकर भाग गए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि ये लोग सरकार के संरक्षण में काम कर रहे हैं। इसके अलावा, उन्होंने चेतावनी दी कि सरकार मंडियों को बेचने की योजना बना रही है, जिससे किसानों की समस्याएं और बढ़ेंगी।


महिलाओं और स्वास्थ्य सेवाओं पर चिंता

सपा प्रमुख ने कहा कि भाजपा सरकार में महिलाएं और बेटियां सबसे अधिक असुरक्षित हैं। उन्होंने स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति पर भी सवाल उठाए, यह कहते हुए कि भाजपा के नेता जब इलाज के लिए जाते हैं, तो वे सपा सरकार द्वारा स्थापित मेदांता अस्पताल में जाते हैं। उन्होंने कहा कि इस सरकार में स्वास्थ्य सेवाएं भगवान भरोसे हैं।


भाजपा की नीतियों पर कटाक्ष

अखिलेश ने भाजपा की मूल पार्टी आरएसएस पर भी टिप्पणी की और कहा कि सरदार पटेल ने संघ पर बैन लगाया था। उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि वह लोगों को अन्य मुद्दों में उलझा रही है और देश की अर्थव्यवस्था को बेचने का काम कर रही है।


मुख्यमंत्री के नाम बदलने के शौक पर तंज

उन्होंने मुख्यमंत्री के नाम बदलने के शौक पर भी तंज कसा और कहा कि यदि उन्हें किसी नाम से समस्या है, तो वे एआई से सही हिंदी नाम पूछ सकते थे। उन्होंने दलितों के साथ भेदभाव की बात करते हुए कहा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने संघ पर बैन की बात कही है, और वे इससे सहमत हैं।


भाजपा की साम्प्रदायिकता पर टिप्पणी

अखिलेश ने कहा कि भाजपा साम्प्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ने वाली पार्टी है। उन्होंने तेजस्वी से अपील की कि अडानी का एक-एक रुपया वापस किया जाए और 10 हजार युवाओं को नौकरी देने का शपथ पत्र लिया जाए।