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अजरबैजान के राष्ट्रपति का भारत पर गंभीर आरोप

अजरबैजान के राष्ट्रपति इल्हाम अलीयेव ने भारत पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि भारत उनके देश के प्रति शत्रुतापूर्ण व्यवहार कर रहा है। उन्होंने यह टिप्पणी पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के साथ बैठक के दौरान की। अलीयेव ने कहा कि अजरबैजान का पाकिस्तान के साथ बेहतर संबंध है और भारत हमेशा प्रतिशोध लेने की कोशिश करता है। इस बैठक में शांति प्रक्रिया पर भी चर्चा हुई, जिसमें अमेरिका की मध्यस्थता में अजरबैजान और आर्मेनिया के बीच शांति समझौता हुआ है।
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अजरबैजान के राष्ट्रपति का भारत पर गंभीर आरोप

भारत के खिलाफ अजरबैजान के राष्ट्रपति का बयान

अजरबैजान के राष्ट्रपति इल्हाम अलीयेव ने भारत पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि भारत उनके देश के प्रति शत्रुतापूर्ण व्यवहार कर रहा है। उन्होंने यह टिप्पणी पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के साथ अपनी बैठक के दौरान की, जो हाल ही में उत्तरी चीन में 25वें शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) सम्मेलन के इतर हुई। अलीयेव ने कहा कि अजरबैजान का पाकिस्तान के साथ बेहतर संबंध है, और भारत हमेशा उनके देश से प्रतिशोध लेने की कोशिश करता है।


इस बैठक में, शरीफ ने अजरबैजान के समर्थन के लिए अलीयेव का धन्यवाद किया, खासकर जब भारत के साथ सैन्य टकराव की स्थिति में। उन्होंने त्रिपक्षीय अजरबैजान-तुर्की-पाकिस्तान सहयोग पर भी जोर दिया। दूसरी ओर, अलीयेव ने भारत पर आरोप लगाया कि वह एससीओ का सदस्य बनने में अजरबैजान की बाधा बन रहा है।


अलीयेव का भारत के खिलाफ बयान

भारत हमारे साथ गलत कर रहा: अलीयेव

अलीयेव ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की गतिविधियाँ उनके देश के खिलाफ हैं। फिर भी, अजरबैजान पाकिस्तान के साथ अपने संबंधों को प्राथमिकता देता है और अपनी मित्रता को बढ़ाने के लिए प्रयासरत है। उन्होंने यह भी कहा कि अजरबैजान और पाकिस्तान के बीच संबंध राजनीतिक, सांस्कृतिक और रणनीतिक आधार पर हैं।


अजरबैजान और आर्मेनिया के बीच लंबे समय से तनाव बना हुआ है, जिसमें अजरबैजान को पाकिस्तान और तुर्की का समर्थन मिलता है, जबकि भारत आर्मेनिया का समर्थन करता है। अलीयेव ने भारत पर आरोप लगाया कि वह वैश्विक मंचों पर अजरबैजान की उपस्थिति को कमजोर करना चाहता है।


शांति समझौते पर चर्चा

शांति समझौते पर भी बातचीत

शहबाज शरीफ ने अलीयेव के साथ बैठक में आर्मेनिया और अजरबैजान के बीच शांति समझौते पर भी चर्चा की। उन्होंने शांति प्रक्रिया में प्रगति के लिए अलीयेव को बधाई दी। अलीयेव ने दक्षिण काकेशस में स्थायी स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए अजरबैजान और आर्मेनिया के बीच शांति को महत्वपूर्ण बताया। दोनों देशों के बीच अमेरिका की मध्यस्थता में शांति समझौता हुआ है।