अटल बिहारी वाजपेई की 101वीं जयंती पर श्रद्धांजलि
अटल बिहारी वाजपेई की जयंती का आयोजन
Charkhi Dadri News बाढड़ा। गीता विद्या मंदिर में भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेई की 101वीं जयंती धूमधाम से मनाई गई। इस अवसर पर श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व मार्केट कमेटी चेयरमैन चंद्रपाल सांगवान ने की। भाजपा युवा मोर्चा के पूर्व जिला अध्यक्ष मुनीश बडेसरा ने बताया कि अटल बिहारी का जन्म 1924 में ग्वालियर में हुआ। उन्होंने जीवनभर अविवाहित रहकर संघ में योगदान दिया और जनसंघ के संस्थापक बने।
6 अप्रैल 1980 को भाजपा का गठन हुआ और अटल बिहारी वाजपेई इसके पहले अध्यक्ष बने। उन्होंने 2 सांसदों से पार्टी को 184 सांसदों तक पहुंचाया और 1996 में प्रधानमंत्री बने। 1998 और 1999 में भी उन्होंने प्रधानमंत्री पद संभाला और पोखरण में परमाणु परीक्षण कर देश को परमाणु शक्ति बनाया।
किसानों को क्रेडिट कार्ड देने वाले अटल बिहारी ने शहीदों को भी सम्मान दिया। इस अवसर पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनके चित्र पर पुष्प अर्पित किए।
इस दौरान पर्यावरण संरक्षण पर जिला सचिव कुलदीप शास्त्री ने अरावली को बचाने का आह्वान किया। मण्डल उपाध्यक्ष निरंजन लाल शर्मा ने स्वदेशी का प्रचार किया। किसान नेता कुलदीप सिंह और अरविन्द आर्य ने अपने विचार साझा किए। कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रीय गान वन्देमातरम से हुई।
इस कार्यक्रम में व्यापारी नेता मोहन सैनी, कृष शर्मा, राजेश धनासरी, डा. रामनिवास शर्मा, रामनारायण, रामपाल जांगड़ा, कुलदीप श्योराण, अजित दहिया, हेमू भाई, सुदेश, सरिता देवी, ऋतिक अमन कुमार आदि उपस्थित रहे।
