अनमोल बिश्नोई की गिरफ्तारी: संगठित अपराध के राज़ और हाई-प्रोफाइल मामलों का खुलासा
अनमोल बिश्नोई की भारत वापसी
नई दिल्ली : भारत के सबसे विवादास्पद अपराध नेटवर्क से जुड़े अनमोल बिश्नोई को अब अमेरिका से भारत लाया जा रहा है। लॉरेंस बिश्नोई का छोटा भाई अनमोल विभिन्न राज्यों में संगठित अपराध, धमकी, हत्या की साजिश और रंगदारी जैसे गंभीर आरोपों का सामना कर रहा है। उसकी गिरफ्तारी को जांच एजेंसियों ने एक महत्वपूर्ण सफलता माना है, क्योंकि वह लंबे समय से कानून से बचने के लिए एक देश से दूसरे देश में भागता रहा है। उसकी उपस्थिति कई हाई-प्रोफाइल मामलों की जांच में नई दिशा प्रदान कर सकती है।
बाबा सिद्दीकी पर गोलीबारी का मामला
बाबा सिद्दीकी पर बेखौफ गोलीबारी
मुंबई के वरिष्ठ नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या ने राजनीतिक और सुरक्षा तंत्र को हिलाकर रख दिया था। यह घटना उनके बेटे के कार्यालय के बाहर हुई, जहां हमलावरों ने बेखौफ होकर गोलीबारी की। गिरफ्तार किए गए शूटरों ने पूछताछ में अनमोल बिश्नोई का नाम लिया है। जांच एजेंसियों का मानना है कि उसकी भारत वापसी इस मामले से जुड़ी कई कड़ियों को जोड़ने में सहायक होगी।
सलमान खान के घर पर गोलीबारी
सलमान खान के घर पर गोलीबारी
इस साल अप्रैल में सलमान खान के मुंबई स्थित गैलेक्सी अपार्टमेंट के बाहर हुई गोलीबारी भी अनमोल बिश्नोई से जुड़ी बताई जा रही है। घटना के बाद सोशल मीडिया पर एक पोस्ट सामने आया था, जिसमें इस हमले की जिम्मेदारी लेने का दावा किया गया था, जो अनमोल से संबंधित था। पुलिस ने पहले ही दो बाइक सवार हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया है, और अब जांच एजेंसियों का मानना है कि अनमोल से पूछताछ इस घटना की साजिश को स्पष्ट कर सकती है।
सिद्धू मूसेवाला हत्या का संदर्भ
सिद्धू मूसेवाला हत्या में उठे सवाल
पंजाब के मशहूर गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या ने देशभर में हलचल मचा दी थी। उन पर दिनदहाड़े कई राउंड फायर किए गए, जिससे उनकी मौके पर ही मृत्यु हो गई। इस हत्याकांड के तुरंत बाद सोशल मीडिया पर अनमोल बिश्नोई और गोल्डी बराड़ का नाम जिम्मेदारी लेने के संदर्भ में आया। जांच एजेंसी ने 2023 में अनमोल के खिलाफ चार्जशीट भी दायर की थी। अब जब उसे भारत लाया जा रहा है, उससे इस हत्या की पृष्ठभूमि और वास्तविक साजिश पर महत्वपूर्ण जानकारी मिलने की संभावना है।
अनमोल की गिरफ्तारी की कहानी
फर्जी पहचान के साथ पकड़ा गया अनमोल
अनमोल की गिरफ्तारी अमेरिका के लॉस एंजेलिस में हुई, जब वह 'भानू' नाम की फर्जी पहचान के साथ यात्रा कर रहा था। यूएस इमिग्रेशन विभाग ने उसके दस्तावेजों की जांच की, जिसमें कई विसंगतियां पाई गईं। अधिकारियों ने उससे पूछताछ की, जिसमें यह खुलासा हुआ कि वह वास्तव में भारत का वांछित अपराधी अनमोल बिश्नोई है। इसके बाद इमिग्रेशन विभाग ने एफबीआई को सूचित किया, जिसने भारतीय एजेंसियों से संपर्क कर उसकी गिरफ्तारी की पुष्टि की।
अनमोल का आपराधिक इतिहास
जोधपुर जेल में काट चुका है सजा
अनमोल के खिलाफ राजस्थान, हरियाणा, पंजाब और मुंबई पुलिस द्वारा कई मामलों में जांच चल रही है। जोधपुर जेल में सजा काटने के बाद 2021 में उसकी रिहाई हुई थी, लेकिन उसके बाद से उसका नाम अपराध से जुड़े मामलों में तेजी से उभरने लगा। पुलिस के दबाव के चलते उसने फर्जी पासपोर्ट बनवाया और देश से बाहर चला गया। उसकी मौजूदगी की खबरें केन्या, कनाडा और हाल ही में अमेरिका से आई थीं। मुंबई क्राइम ब्रांच ने सलमान खान फायरिंग मामले के बाद उसका लुकआउट नोटिस भी जारी किया था, लेकिन वह अपनी पहचान बदलकर छिपता रहा।
एनआईए की कार्रवाई
NIA की कार्रवाई और कानूनी पेंच
2022 में एनआईए ने अनमोल के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया था। आरोप था कि वह संगठित अपराध का संचालन कर रहा था और विभिन्न राज्यों में टारगेट किलिंग व रंगदारी नेटवर्क का हिस्सा था। एनआईए और राज्य पुलिस के रिकॉर्ड में उसके खिलाफ दर्ज मामलों की संख्या लगातार बढ़ती गई। राजस्थान पुलिस अकेले लगभग बीस मामलों में उसकी तलाश कर रही थी, और उसके सिर पर दस लाख रुपये का इनाम भी घोषित किया गया था। उसकी भारत वापसी इन सभी मामलों की तह तक पहुंचने के लिए आवश्यक मानी जा रही थी।
सलमान खान से दुश्मनी
सलमान खान से दुश्मनी की चर्चा सुर्खियों में...
लॉरेंस बिश्नोई पिछले एक दशक से उत्तर भारत के संगठित अपराध जगत का एक चर्चित नाम रहा है। भले ही वह अभी गुजरात की साबरमती जेल में बंद है, लेकिन सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार, उसका गैंग लंबे समय तक उसके निर्देश पर काम करता रहा है। काले हिरण शिकार मामले के बाद अभिनेता सलमान खान से उसकी दुश्मनी की चर्चा अक्सर सुर्खियों में रहती है। यह विरोध समय-समय पर उसके गुर्गों की गतिविधियों में भी झलकता रहा है। यह भी कहा जाता है कि अनमोल और गोल्डी बराड़ ने उसके निर्देश पर कई योजनाएँ तैयार कीं, जिनमें कुछ को अंजाम देने की भी कोशिश की गई।
