अनमोल विश्नोई का भारत लौटना: अंतरराष्ट्रीय अपराधी गिरोह की गतिविधियों पर असर
अनमोल विश्नोई की वापसी
नई दिल्ली: भारत के एक कुख्यात अपराधी अनमोल विश्नोई को अमेरिका से भारत वापस लाया गया है। वह लॉरेंस बिश्नोई का छोटा भाई है और गिरोह का अंतरराष्ट्रीय संचालक माना जाता है। अनमोल पर बाबा सिद्दिकी की हत्या और कई अन्य गंभीर अपराधों का आरोप है।
अमेरिकी होमलैंड सिक्योरिटी विभाग ने उसकी गिरफ्तारी की पुष्टि की है, यह बताते हुए कि उसे 18 नवंबर 2025 को अमेरिका से निष्कासित किया गया। आज वह दिल्ली एयरपोर्ट पर पहुंचने वाला है, जहां एनआईए उसे औपचारिक हिरासत में लेगी।
अनमोल विश्नोई की पहचान
अनमोल, पंजाब के फाजिल्का जिले का निवासी है और भारत के 'मोस्ट वांटेड' अपराधियों में से एक है। वह लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के अंतरराष्ट्रीय संचालन का प्रमुख है। इसके अलावा, वह सलमान खान के घर पर अप्रैल 2024 में हुई गोलीबारी का भी आरोपी है। एनआईए के अनुसार, वह पश्चिम एशिया, पूर्वी अफ्रीका और उत्तरी अमेरिका में गिरोह के नेटवर्क का संचालन करता था।
बाबा सिद्दिकी की हत्या में भूमिका
जांच में यह सामने आया है कि अनमोल बाबा सिद्दिकी की हत्या में सीधे तौर पर शामिल था। वह हत्यारों के संपर्क में था और स्नैपचेट के माध्यम से उन्हें निर्देश देता था। इसके अलावा, वह मई 2022 में सिंगर सिद्दू मूसेवाला पर हमले का आदेश देने में भी शामिल था। एनआईए के अधिकारियों ने बताया कि वह इनक्रिप्टेड चैनलों के जरिए धमकियां देता और अपराध संचालन का निर्देशन करता था।
अंतरराष्ट्रीय अपराधी नेटवर्क
अनमोल का विदेश में होना गिरोह को वैश्विक स्तर पर संगठित रहने में मदद करता था। वह फिरौती रैकेट, धमकियां और असाइनमेंट्स का संचालन करता था। उसके द्वारा बनाए गए नेटवर्क ने अपराधियों को पश्चिम एशिया, पूर्वी अफ्रीका और उत्तरी अमेरिका से जोड़ने में मदद की। एनआईए के अधिकारियों ने बताया कि अब जब उसका डिपोर्टेशन हो चुका है, वह औपचारिक हिरासत में लिया जाएगा।
डिपोर्टेशन का कारण
अनमोल फर्जी पासपोर्ट के साथ अमेरिका में था। अमेरिकी इमीग्रेशन और कस्टम्स इन्फोर्समेंट ने उसे पकड़कर पोटावैटमी काउंटी जेल, आयोवा में रखा। वह नेपाल, दुबई और केन्या होते हुए अमेरिका पहुंचा था। भारत में उसके खिलाफ कम से कम 18 आपराधिक मामले दर्ज हैं और उस पर 10 लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया है।
गिरोह और कानूनी स्थिति
अनमोल बिश्नोई गिरोह का एक महत्वपूर्ण सदस्य है और लॉरेंस बिश्नोई के जेल में रहने के बावजूद गिरोह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सक्रिय है। एनआईए और पुलिस अब उसे औपचारिक हिरासत में लेकर बाबा सिद्दिकी की हत्या और अन्य अपराधों की जांच आगे बढ़ाएंगे। उसकी देश वापसी से गिरोह की अंतरराष्ट्रीय गतिविधियों पर भी प्रभाव पड़ेगा।
