अनिल विज ने सरदार पटेल की राष्ट्रनायक भूमिका पर प्रकाश डाला
सरदार पटेल की दूरदर्शिता का महत्व
चंडीगढ़- हरियाणा के ऊर्जा मंत्री अनिल विज ने कहा है कि लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल वास्तव में एक सच्चे राष्ट्रनायक थे, जिनकी सोच में देश की भलाई सर्वोपरि थी। उन्होंने बताया कि 1946 में कांग्रेस वर्किंग कमेटी के चुनाव में पटेल को 12 प्रदेश कमेटियों का समर्थन प्राप्त हुआ, जबकि जवाहरलाल नेहरू को एक भी वोट नहीं मिला। हालांकि, महात्मा गांधी के अनुरोध पर पटेल ने प्रधानमंत्री पद का दावा छोड़ दिया।
विज ने आगे कहा कि आज का एक भारत सरदार पटेल की दूरदर्शिता का परिणाम है। उन्होंने 562 रियासतों का विलय कर देश को एकजुट किया। उनका मानना है कि यदि नेहरू की जगह पटेल प्रधानमंत्री बने होते, तो भारत आज कई ऊंचाइयों को छू चुका होता। उन्होंने यह भी बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरदार पटेल को श्रद्धांजलि देते हुए केवडिया में विश्व की सबसे ऊंची 'स्टेच्यू ऑफ यूनिटी' का निर्माण कराया है। मोदी 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य को साकार करने के लिए प्रयासरत हैं, और हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी भी इस दिशा में काम कर रहे हैं। विज ने शुक्रवार को अम्बाला छावनी में आयोजित 'रन फॉर यूनिटी' पदयात्रा में भाग लिया और राष्ट्रीय एकता की शपथ दिलाई।
