अफगान विदेश मंत्री का भारत दौरा: मित्रता और सहयोग की नई दिशा
अफगान विदेश मंत्री अमीर ख़ान मुत्ताक़ी ने हाल ही में भारत का दौरा किया, जहाँ उन्होंने द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने भारत को अफगानिस्तान का करीबी मित्र बताया और आतंकवाद के खिलाफ सहयोग की बात की। इस यात्रा के दौरान भारतीय कंपनियों को खनन परियोजनाओं में भाग लेने का निमंत्रण भी दिया गया। जानें इस महत्वपूर्ण यात्रा के अन्य पहलुओं के बारे में।
Oct 10, 2025, 16:27 IST
| 
अफगानिस्तान का भारत के प्रति मित्रता का संदेश
अफगानिस्तान: अफगान विदेश मंत्री अमीर ख़ान मुत्ताक़ी ने शुक्रवार को नई दिल्ली का दौरा किया और अपने भारतीय समकक्ष डॉ. एस. जयशंकर से मुलाकात की। इस बातचीत में, मुत्ताक़ी ने भारत को अफगानिस्तान का करीबी मित्र बताया और द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
विश्वास पर आधारित संबंध
मुत्ताक़ी ने कहा, "दिल्ली आकर अच्छा लग रहा है और यह यात्रा हमारे देशों के बीच संबंधों को मजबूत करेगी। अफगानिस्तान अपनी ज़मीन का इस्तेमाल किसी अन्य देश के खिलाफ नहीं होने देगा। हाल ही में आए भूकंप के दौरान भारत सबसे पहले मदद के लिए आगे आया। हम भारत को एक विश्वसनीय मित्र मानते हैं और आपसी सम्मान पर आधारित संबंध चाहते हैं। हम एक ऐसा ढाँचा बनाने के लिए तैयार हैं जो हमारे देशों के बीच संबंधों को मजबूत करे।"
भारतीय कंपनियों का खनन में निवेश
डॉ. जयशंकर ने अफगानिस्तान द्वारा भारतीय कंपनियों को खनन परियोजनाओं में भाग लेने के लिए दिए गए निमंत्रण का स्वागत किया और कहा कि इस पर आगे चर्चा की जाएगी। व्यापार और वाणिज्य को बढ़ावा देने में दोनों देशों के साझा हित हैं। इसके अलावा, काबुल और नई दिल्ली के बीच नई उड़ान सेवाओं की घोषणा की गई।
आतंकवाद के खिलाफ सहयोग
भारतीय विदेश मंत्री ने सीमा पार आतंकवाद की साझा चुनौती पर ध्यान केंद्रित करते हुए कहा, "हमें आतंकवाद से निपटने के लिए समन्वित प्रयास करने होंगे। हम भारत की सुरक्षा चिंताओं के प्रति अफगानिस्तान की संवेदनशीलता की सराहना करते हैं। पुलवामा हमले के बाद आपकी एकजुटता उल्लेखनीय थी।"
भारत का काबुल में दूतावास का दर्जा
भारत ने काबुल में अपने तकनीकी मिशन को दूतावास का दर्जा देकर तालिबान के नेतृत्व वाली सरकार के साथ औपचारिक राजनयिक संबंध स्थापित किए। डॉ. जयशंकर ने कहा, "भारत अफगानिस्तान की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के लिए प्रतिबद्ध है। अफगानिस्तान के विकास और क्षेत्रीय स्थिरता के लिए मजबूत भारत-अफगानिस्तान संबंध आवश्यक हैं।"
ऐतिहासिक यात्रा
विदेश मंत्री मुत्ताकी 9 अक्टूबर को भारत पहुंचे और 16 अक्टूबर तक यहाँ रहेंगे। यह तालिबान के सत्ता में आने के बाद से काबुल से नई दिल्ली की पहली उच्च-स्तरीय यात्रा है, जो राजनयिक और द्विपक्षीय संबंधों पर नए सिरे से ध्यान केंद्रित करने का संकेत देती है।
यह यात्रा क्षेत्रीय सुरक्षा और विकास पर मिलकर काम करने की दोनों देशों की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।