अमित शाह का बड़ा बयान: वोटिंग अधिकार पर घुसपैठियों का मुद्दा

सीतामढ़ी में मंदिर शिलान्यास और वोटिंग अधिकार पर बयान
सीतामढ़ी, बिहार में माता सीता के जन्मस्थान पर एक भव्य मंदिर का शिलान्यास करने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पहुंचे। इस अवसर पर उन्होंने बिहार में चल रहे मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) पर महत्वपूर्ण टिप्पणी की। शाह ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि जो व्यक्ति भारत में जन्मा नहीं है, उसे यहां वोट देने का अधिकार नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि एसआईआर का अभियान इस बात को सुनिश्चित करने के लिए चलाया जा रहा है। भूमि पूजन के बाद, उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ उपस्थित लोगों को संबोधित किया।
लालू और राहुल पर निशाना
अमित शाह ने एसआईआर और ऑपरेशन सिंदूर के संदर्भ में अपनी बात रखी। बिहार में उनके दूर रहने के सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी बिहार का दौरा कर रहे हैं और वे संगठन की बैठकों में व्यस्त हैं। उन्होंने दावा किया कि बिहार में एनडीए सरकार स्पष्ट बहुमत से बनेगी। शाह ने लालू प्रसाद और राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि जो लोग भारत में जन्मे नहीं हैं, वे घुसपैठिए हैं और इन्हीं के वोट बैंक के कारण उन्हें परेशानी है।
बिहार में चुनाव और राजद की पुरानी सरकार
शाह ने आगे कहा, 'बिहार में चुनाव होने वाले हैं। मेरे आने से पहले सभी समाचार पत्रों में चर्चा हो रही है कि क्या एसआईआर होना चाहिए या नहीं। जनता को बताना चाहिए कि क्या घुसपैठियों को वोटर लिस्ट से हटाना चाहिए या नहीं।' उन्होंने लालू से सवाल किया कि वे किसको बचाना चाहते हैं, यह बताते हुए कि बांग्लादेश से आए लोग बिहार के युवाओं की नौकरियों पर कब्जा कर लेते हैं। शाह ने तेजस्वी यादव को चुनौती दी कि वे बताएं कि एनडीए सरकार ने मिथिलांचल के लिए क्या किया है।
आतंकवाद पर कड़ी प्रतिक्रिया
अमित शाह ने ऑपरेशन सिंदूर का उल्लेख करते हुए कहा कि कांग्रेस के शासन में आतंकवादी बम फेंककर भाग जाते थे और कोई पूछने वाला नहीं था। उन्होंने कहा कि हमने पहलगाम हमले का प्रतिशोध लिया और पाकिस्तान को उसके घर में घुसकर मारा।